हिमाचल में हो रही बारिश से पीडब्ल्यूडी को हुआ 110 करोड़ का नुकसान, 17 से ज्यादा सडक़ें हुई बंद
शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन को शुरू हुए अभी आधा महीना भी पूरा नहीं हुआ हैं, लेकिन नुकसान का आंकड़ा 100 करोड़ पार कर चुका है। मात्र 13 दिनों में हिमाचल प्रदेश के मानसून से 116 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। पीडब्ल्यूडी को अकेले 110 करोड़ से ज्यादा के नुकसान का आंकलन है। वहीं$, प्रदेश में बारिश से 17 सडक़ों पर आवाजाही बंद है। साथ ही सात ट्रांसफार्मर और 17 वाटर सप्लाई की स्कीमें भी ठप पड़ी हैं। हिमाचल प्रदेश में 15 जुलाई के बाद कुछ दिनों तक बारिश का दौर थम जाएगा। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में अभी तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें कुल्लू में 16, मंडी में दस, बिलासपुर में तीन, मंडी में 7, हमीरपुर में 6, कांगड़ा में 2, किन्नौर और लाहुल स्पीति में 1-1, शिमला में 8, सिरमौर में 5, सोलन और ऊना जिला में 4-4 लोगों की मौत हुई है।
वहीं, प्रदेश में मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में घायलों का आंकड़ा 69 पहुंच गया है। मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा बारिश गगल में 108 एमएम, पांवटा साहिब में 107, धर्मशाला में 106, नुरपूर में 80, कसौली में 55, सुन्नी में 49, रामपुर में 43, ऊना में 35, पालमपुर में 33, जोगिंद्रनगर में 32, सराहन में 29, नयनादेवी और बैजनाथ में 28-28 और कोटखाई में 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान ऊना जिला में 33.4, शिमला में 23 , सुंदरनगर में 29, भुंतर में 31.6, कल्पा में 22.2, धर्मशाला में 25.2, नाहन में 27, पालमपुर में 24.9 , सोलन में 24.5, चंबा में 30.4, मनाली में 24.6, हमीरपुर में 29.9 और बिलासपुर में 31 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है।