शिमला: विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा कुलपति दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थी परिषद इकाई उपाध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा की छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इस विश्वविद्यालय की रीत बन चुकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन सदा से ही समय पर परीक्षा परिणाम निकालने में असमर्थ रहा है, जिसके कारण विद्यार्थियों को आए दिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिन विद्यार्थियों ने लगभग एक वर्ष पहले पुनर्मूल्यांकन के फार्म भरे थे उनका परिणाम निकालने में ये प्रशासन अभी तक निकम्मा साबित हुआ है। जिन विद्यार्थियों का परिणाम प्रशासन द्वारा घोषित किया भी गया है, वो भी आधा -अधूरा ही होता है जिस वजह से विद्यार्थी अपने परीक्षा फार्म को भरने में असमर्थ हैं।
उनको अपनी समस्या का समाधान निकालने हेतु दूर दराज के क्षेत्रों से भारी मात्रा में पैसे खर्च कर के शिमला आना पड़ता है और यहां आकर भी उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन अकारण चक्कर लगवाता है। जब भी विद्यार्थी परीक्षा परिणाम समय से घोषित न होने का कारण प्रशासन से पूछता है तब उनका एक ही रवैया हर बार की तरह होता है कि हमारे पास उपयुक्त कर्मचारी नहीं हैं। अगर बात करे गैर शिक्षक भर्ती की तो हम देखते हैं कि 2020 मे निकली गई गैर शिक्षक भर्ती अभी तक कागज़ों तक ही सीमित रह गई है। देखा जाए तो अपने चहितों को भरने का काम ये विश्वविधालय प्रशासन स्पेशल सीट निकालकर कर रहा है। ये उन सभी विद्यार्थियों के साथ धोखा है जो लाइब्रेरी में दिन रात मेहनत करके इस भर्ती का इंतजार कर रहा है।उन सभी को अंधकार मे रखा जा रहा हैं। आशीष शर्मा ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है की यदि जल्द से जल्द इन सभी समस्याओं का समाधान विश्वविद्यालय प्रशासन नही निकलता है तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी। जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा।