मंडी न्यूज़: हिमाचल प्रदेश में केंद्र से मिली आपदा राशि को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र ने एक सप्ताह के भीतर आपदा राहत के लिए 364 करोड़ रुपये की दो किश्तें जारी कर दी हैं. तीसरी किस्त भी जल्द मिलने वाली है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि केंद्र से एक रुपया भी नहीं मिला.
दरअसल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा था कि केंद्र से मिलने वाली वित्तीय सहायता पिछले साल तय हो गई थी, लेकिन इस आपदा के लिए अभी तक बजट नहीं मिला है. जो बजट मिला है, वह 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के तहत मिलना तय हुआ था.
वहीं, जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र ने राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें, वायुसेना और सेना को लगाया, हेलीकॉप्टर से लेकर बीआरओ और एनएचएआई पूरे मनोयोग से काम कर रहे हैं. जल्द ही केंद्रीय टीम भी आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने आ रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री का यह कहना शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार से अब तक कोई वित्तीय राहत नहीं मिली है.
राहत पहुंचाने में ध्यान दें मुख्यमंत्री : जयराम
पूर्व सीएम ने मुख्यमंत्री सुक्खू को सलाह दी कि उन्हें केंद्र पर मदद न करने का आरोप लगाने की बजाय प्रभावितों को राहत देने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने दो जिलों का दौरा किया. हालात बहुत ख़राब हैं. लोगों को अभी तक राहत नहीं मिल पाई है. जिनके घर टूट गये हैं, उन्हें तंबू तक नहीं मिला. बिजली, पानी और संचार व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी है.
एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है और बाढ़ प्रभावित लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आपदा में केंद्र सरकार पूरा सहयोग कर रही है। चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या अन्य जरूरी संसाधनों की, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जिस भी संसाधन की जरूरत थी, उसे तुरंत उपलब्ध कराया है।