ड्रैगन की चुनौती से निपटने को और चौकन्नी हुई पुलिस, DGP ने राज्यपाल को करवाया अवगत
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शिमला। ड्रैगन की चुनौती से निपटने के लिए प्रदेश पुलिस और चौकस हुई है। पुलिस ने आंतरिक सुरक्षा नैटवर्क को और पुख्ता बनाया है। चीन से सटे हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में राज्य पुलिस ने विस्तृत कार्य योजना लागू की है। इसके तहत पुलिस बल को भी और सुदृढ़ किया है। यह बात डीजीपी संजय कुंडू ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात के दौरान कही है। शिष्टाचार के नाते हुई इस मुलाकात के दौरान सुरक्षा से लेकर कानून व्यवस्था से जुड़े कई मामलों पर चर्चा की गई। कुंडू ने प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य पुलिस द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में राज्यपाल को अवगत करवाया। उन्होंने प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा और अन्य मामलों के बारे में भी जानकारी दी। राज्यपाल ने राज्य पुलिस के प्रयासों की सराहना की और उम्मीद व्यक्त की कि राज्य पुलिस देवभूमि को अपराधमुक्त करने के लिए सख्ती से कार्य करेगी। संजय कुंडू ने अवगत करवाया कि प्रदेश के भारत-चीन सीमावर्ती क्षेत्रों में राज्य पुलिस द्वारा विस्तृत कार्ययोजना के तहत कदम उठाए गए हैं और इन क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।
डीजीपी ने राज्यपाल को बताया कि पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने इन क्षेत्रों का दौरा किया था और इस संबंध में एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट तैयार की थी। राज्य पुलिस नशे और नशीली दवाओं की तस्करी के मामलों के निवारण के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। पुलिस द्वारा नशे की तस्करी में संलिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। डीजीपी के अनुसार महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध अपराध के मामलों से सख्ती से निपटा जा रहा है। प्रदेश में सड़क सुरक्षा के बारे में यातायात पुलिस के माध्यम से कई उपाय सुनिश्चित किए गए हैं, ताकि लोगों के अनमोल जीवन को बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त पुलिस संगठित अपराधों मुख्य रूप से अवैध खनन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर रही है। इससे पहले डीजीपी कुंडू ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक के साथ भी एक बैठक की थी। दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय ड्रग तस्करों, गैंगस्टरों और अपराधियों से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए दोनों राज्यों की पुलिस अपने नैटवर्क को मजबूत कर रही है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि राज्यपाल का मार्गदर्शन राज्य पुलिस को बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। इस मौके पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा भी मौजूद रहे।