शांति नोबेल पुरस्कार विजेता दलाई लामा का 87वां जन्मदिन मैकलोड़गंज में धूमधाम से मनाया गया

Update: 2022-07-06 14:11 GMT

धर्मशाला: तिब्बती धर्मगुरू एवं शांति नोबेल पुरस्कार विजेता दलाई लामा का 87वां जन्मदिन बुधवार को मैकलेाड़गंज सहित भारत और विदेशों में रह रहे निर्वासित तिब्बतियों और उनके अनुयायियों ने धूमधाम के साथ मनाया। इस मौके पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन द्वारा सबसे पहले मैकलोड़गंज के मुख्य बौद्ध मठ में धर्मगुरू दलाई लामा की लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की गई वहीं बाद में केक काटा गया। धर्मगुरू के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का बतौर मुख्यातिथि आने का कार्यक्रम था लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह नहीं पंहुच पाए। मुख्यमंत्री ने शिमला से ही वर्चुअली जुड़कर धर्मगुरू को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। वही उनकी अनुपस्थिति में वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने मैकलोड़गंज पंहुचकर दलाई लामा के जन्मदिन समारोह में हिस्सा लेकर केक काटा। इस मौके पर तिब्बत के कट्टर समर्थक एवं हाॅलीबुड के स्टार अभिनेता रिचर्ड गेरे सहित स्थानीय विधायक विशाल नैहरिया, तिब्बत के लिए अंतर्राष्ट्रीय अभियान के अध्यक्ष और 104वें गादेन ट्रिपा जेत्सुन लोबसंग तेंजिन ने विशेष रूप से इस कार्यक्रम में भाग लिया।

उधर मुख्यमंत्री ने परम पावन दलाई लामा के साथ वर्चुअली जुड़कर उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए परम पावन के अहिंसा और करुणा को बढ़ावा देने के प्रयासों को देखते हुए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने मेजबान राज्य में तिब्बती धर्म और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के माध्यम से धर्मशाला को व्यापक दुनिया में प्रसिद्ध बनाने में परम पावन के योगदान की सराहना की। दलाई लामा के साथ जन्मदिन के उत्सव और आधिकारिक समारोह से पहले नए दलाई लामा पुस्तकालय और पुरालेख का उद्घाटन केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रधानमंत्री पेंपा छेरिंग ने किया। उन्होंने तिब्बत के भीतर परम पावन का जन्मदिन न मनाने के चीनी सरकार के प्रतिबंधों की कड़ी निंदा की। इसके बाद, सिक्योंग और निर्वासन में तिब्बती संसद के अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफेल ने समारोह में अपने संबोधन भी दिए।

तिब्बत की आजादी की लड़ाई में तिब्बतयों के साथ : पठानिया

उधर इस अवसर पर वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि धर्मशाला को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल की पहचान देने में धर्मगुरू दलाई लामा के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल में स्कूली पाठ्यक्रम में दलाई लामा की कहानी को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी की इस लड़ाई में वह साथ खड़े हैं। इसके अलावा, वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ विजय जोली ने समारोह के दौरान निर्वासित तिब्बती प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग को आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार द्वारा प्रस्तुत जन्मदिन का संदेश दिया।


धर्मगुरू पर तिब्बतियों को होना चाहिए गर्व: रिचर्ड गेरे

विशिष्ट अतिथि के तौर पर पंहुचे हाॅलीबुड अभिनेता एवं तिब्बत समर्थक रिचर्ड गेरे ने कहा कि तिब्बतियों को गर्व होना चाहिए क्योंकि दलाई लामा जैसे इंसान सहस्राब्दियों में प्रकट होते हैं। उन्होंने कहा कि परम पावन हमेशा के लिए हमारे साथ नहीं रहने वाले हैं इसलिए हमें एक-दूसरे को साथ लेकर चलना है। यह तिब्बती लोगों पर निर्भर है कि वे स्वतंत्रता, सत्य, संभावनाओं और दृष्टि का भार ढोएं। अभिनेता रिचर्ड गेरे ने 40 साल पहले धर्मशाला की अपनी पहली यात्रा के साथ-साथ परम पावन दलाई लामा को नोबल शांति पुरस्कार प्रदान करने के दौरान अपने अनुभवों को याद किया।

तिब्बती व गद्दी समुदायों के कलाकारों ने बांधा समां: जन्मदिन समारोह के दौरान तिब्बती मुख्य मंदिर में तिब्बती व गद्दी सहित अन्य समुदायों के कलाकारों ने लोक नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा विभाग का अनौपचारिक अनुसंधान कार्यक्रम पुरस्कार, स्वास्थ्य विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल पुरस्कार, सेवा पूर्णता पुरस्कार और सीटीए का सेवा उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

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