चैलचौक। क्षेत्र की जनता ने बड़ा देव कमरुनाग की तीनों टोलियों के फैसले को न मानते हुए वीरवार को नए गूर देवी सिंह को बड़ा देव कमरुनाग के गूर की कमान सौंप दी, जिससे बड़ा देव के गुर गुरदेव को जनता के फैसले पर अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ गई है और देव कमरुनाग की संपत्ति समेत सूरज पखे को नए गूर देवी सिंह के सुपुर्द करना पड़ा है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से परेशान किसानों-बागवानों ने कमरुनाग देवता के गुर की टोली के फैसले को न मानकर नया गुर बना दिया है जबकि देवी सिंह द्वारा दिए परते के बाद भी भारी बारिश हुई थी। परते की लंबी जद्दोजहद के बीच आखिरकार देव नीति के अनुसार गुरदेव गूर पर जनता भारी पड़ गई। अब महरयार गांव के 65 वर्षीय देवी सिंह देव कमरुनाग के अगले गूर होंगे।
देव कमरुनाग की तीनों टोलियों ने बुधवार को फैसला लिया था कि वर्तमान गूर गुरदेव कमरुनाग के गूर रहेंगे और वही देवता का सरानाहुली मेला लगाएंगे लेकिन वीरवार को जनता धंग्यारा गलू पहुंची और देवता कमेटी से 4 घंटे चले वार्तालाप के बाद यह निर्णय लिया गया कि देवी सिंह गूर का परता सफल हुआ है और देव नीति के अनुसार देव कमरुनाग के गूर देवी सिंह ही होंगे। गुरदेव गूर पर आरोप था कि उन्होंने परते के समय देवता को मेहमाननवाजी में उतार दिया। दूसरा आरोप था कि जब से गुरदेव गूर बने तब से फसलों के लिए खरे नहीं उतरे हैं। देवता के कटवाल काहन सिंह ने इसकी पुष्टि की है।