शिमला। राजधानी में मालरोड के साथ लगते मिडल बाजार स्थित हिमाचल रसाई (रैस्टोरैंट) में हुए संदिग्ध ब्लास्ट की जांच के लिए रविवार को एनएसजी की टीम शिमला पहुंची। इसके तहत एनएसजी के कमाडों ने डॉग स्क्वायड और नैशनल बम डेटा सैंटर टीम के साथ घटनास्थल पर करीब 9 घंटे तक बारीकी से हर पहलू की पड़ताल की और मौके से कुछ सैंपलों को एकत्र कर अलग-अलग पैकेटों में सील किया। सूचना के अनुसार एनएसजी की नैशनल बम डेटा सैंटर की टीम ने घटनास्थल से पत्थर, ईंट, टाइलों, मिट्टी, दीवारों से गिरी रेत, लोहे की चादरों, कांच व लकड़ियों के टुकड़े भी जांच के लिए एकत्रित किए। एनएसजी की टीम ने डॉग स्क्वायड के साथ हिमाचल रसाई के साथ-साथ धमाके की जद्द में आई सभी दुकानों की भी पड़ताल की। धमाके के चलते घरों व दुकानों में आई दरारों तक की भी वीडियोग्राफी किए जाने की सूचना है। एनएसजी के वाहनों का काफिला भी इस दौरान माल रोड पर ही रहा। इस दौरान किसी को भी गेयटी थिएटर की तरफ से रिपोर्टिंग रूम की ओर नहीं आने दिया गया और धमाके की जद्द में आया पूरा क्षेत्र सील रहा। स्थानीय पुलिस भी मौके पर तैनात रही। एनएसजी का जांच को शिमला पहुंचाना अंदरखाते कई सवाल खड़ा कर रहा है लेकिन अभी छानबीन चली होने के चलते केंद्रीय एजैंसी और प्रदेश पुलिस कुछ भी कहने से कतरा रही है। एनएसजी की टीम ने रैस्टोरैंट मालिक से भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाई। रैस्टोरैंट मालिक ने टीम को अवगत करवाया कि ब्लास्ट वाले दिन वह शाम 5 बजे तक रैस्टोरैंट में थे जबकि धमाका होने का मामला बाद में सामने आया।
इसके साथ ही एक अन्य स्टाफ कर्मी से भी पूछताछ की गई। इसी तरह आसपास के कुछ कारोबारियों व भवन मालिकों से भी जानकारियां जुटाई गईं। वहीं एनएसजी की टीम ने मामले की जांच करने वाली पुलिस व फोरैंसिक टीम से भी जानकारी जुटाई। माना जा रहा है कि सोमवार को भी एनएसजी की जांच जारी रह सकती है। सूचना के अनुसार 20 के करीब कमांडो की टीम जांच के लिए शिमला पहुंची है और राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में ठहरी है। एनएसजी की टीम को माल रोड पर धमाके की जांच करते देख स्थानीय लोग भी हैरत में पड़ गए। चर्चा थी कि यदि पुलिस की प्रारंभिक थ्योरी के अनुसार यदि गैस रिसाव से धमाका हुआ है तो एनएसजी की टीमें जांच के लिए क्यों पहुंची हैं, ऐसे में तरह-तरह की चर्चाएं सुनने को मिल रही हैं जबकि ब्लास्ट को लेकर पूरी तरह से संशय अभी भी बरकरार है। हालांकि अब एनएसजी की जांच शुरू होने से लोगों को जल्द ही इस मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीदें जगी हैं। गौरतलब है कि शिमला में पूर्व में गैस रिसाव के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन जिस तरह का धमाका मिडल बाजार स्थित रैस्टोरैंट में हुआ, उससे सभी हैरत में हैं। इस रहस्यमयी धमाके में एक कारोबारी की मौत हो गई थी जबकि 13 लोग घायल हुए थे। धमाका इतना जोर का था कि कई किलोमीटर तक उसकी गूंज सुनाई दी और आसपास की दुकानों व घरों के शीशे तक टूट गए थे। डीजीपी संजय कुंडू ने मामले की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया था, ऐसे में एसआईटी की जांच भी अलग से चलती रहेगी। संबंधित टीम ने एनएसजी टीम का जांच में पूरा सहयोग किया और उनकी छानबीन में सामने आए हर पहलू से भी अवगत करवाया। विस्फोट जिस रेस्तरां में हुआ, वह माल रोड स्थित पुलिस रिपोर्टिंग कक्ष के पास स्थित है, इसलिए यह मामला संवेदनशील है। एनएसजी को इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल है और सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया के तहत विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा उसकी सेवा ली जा रही है।