अब पहली कक्षा से खाद्य सुरक्षा के नियम सीखेंगे छात्र, मिड डे मील बनाने वालों के लिए लाइसेंस भी अनिवार्य
पूरे भारतवर्ष सहित हिमाचल के स्कूलों में अब पहली कक्षा से ईट राइट स्कूल कार्यक्रम (Eat Right School Program) लागू होगा. स्कूल पहुंचते ही छात्र स्वच्छता मानकों को अपनाएंगे.
जनता से रिश्ता। पूरे भारतवर्ष सहित हिमाचल के स्कूलों में अब पहली कक्षा से ईट राइट स्कूल कार्यक्रम (Eat Right School Program) लागू होगा. स्कूल पहुंचते ही छात्र स्वच्छता मानकों को अपनाएंगे. फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Food Safety Standards Authority of India) की गाइड लाइन के अनुरूप स्कूलों में जहां मिड डे मील वर्कर (mid day meal worker) खाना बनाएगी वही स्कूलों के छात्रों को भी पोष्टिक आहार के लिए जागरूक किया जाएगा.
हमीरपुर में मंगलवार को जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हो गई. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग (food safety department) की तरफ से एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों से प्रबंधकों एवं मिड डे मील वर्कर पहुंचा और इन्हें खाद्य सामग्री प्रयोग संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करवाएंगे. इस दौरान बताया गया गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री का ही इस्तेमाल दैनिक जीवन में करें.
इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों में दोपहर का खाना बनाने वाले वर्क का लाइसेंस अवश्य हो. खाद्य सुरक्षा विभाग खाद्य सुरक्षा पर भी अधिक फोकस कर रहा है. पहले दुकानदारों को भी इस बारे में जागरूक करने के लिए कई कार्यशाला आयोजित की गई थी. बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार पर बल दिया जा रहा है. कार्यशाला में उपस्थित स्कूल प्रबंधकों और मिड डे मील वर्कर्स को बताया गया कि खाना किस तरह से पौष्टिक बनाया जा सकता है.
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग हमीरपुर अनिल शर्मा (Assistant Commissioner Food Safety Department Hamirpur Anil Sharma) ने कहा कि हिमाचल के स्कूलों में अब पहली कक्षा से ईट राइट स्कूल कार्यक्रम चलाया जा रहा है. स्कूल पहुंचते ही छात्र स्वच्छता मानकों को अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि अब जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हमीरपुर में हो गई है.