देश के सैनिकों का कर्ज कोई सरकार, कोई व्यक्ति विशेष नहीं चुका सकता : धूमल
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हमीरपुर। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि वीर सैनिक सरहद पर देश की रक्षा करते करते अमर हो जाता है लेकिन उस शहीद सैनिक का परिवार रोज शहादत के आंसू रोता है, सरकार उसके परिवार को रुपया-पैसा, मान-सम्मान, नौकरी, सांत्वना, सब कुछ दे सकती है, अगर कुछ नहीं दे सकती तो वह उस मां को बेटा, उस पत्नी को उसका पति, और उस बहन को उसका भाई को जो शहादत को हंसते-हंसते गले लगा गया। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की पुरानी बमसन के टौणीदेवी में कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है। कारगिल युद्ध के जो हीरो थे, जो इस लड़ाई में देश की रक्षा कर रहे थे, उन्हें उन्होंने बहुत करीब से देखा है। उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि जब कारगिल युद्ध हुआ था तो उस समय देश के प्रधानमंत्री श्रधेय अटल बिहारी वाजपेयी थे और मैं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन था।
जब देश के प्रधानमंत्री कारगिल युद्ध के दौरान अपने देश के वीर जवानों से मिलने के लिए कारगिल पहुंचे तो हिमाचल प्रदेश से मुझे भी वहां जाने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में सबसे ज्यादा जवान हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब के शामिल हुए थे। धूमल ने कहा कि उस समय जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे। उन्होंने एक बात कही थी कि मैं इस राज्य का मुख्यमंत्री हूं इसलिए मुझे कारगिल जाना है लेकिन पहली बार ऐसा देख रहा हूं कि देश का प्रधानमंत्री और किसी राज्य का मुख्यमंत्री इस विपदा की घड़ी में सैनिकों के साथ उनके युद्धस्थल पर खड़े होकर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। धूमल ने कहा कि देश के सैनिकों का कर्ज कोई सरकार, कोई व्यक्ति विशेष नहीं चुका सकता है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर सैनिक हैं तो देश सुरक्षित है, देश सुरक्षित है तो हम और आप सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर देश के वीर शहीद सैनिकों के परिवारों को और ऐसे जांबाज सैनिकों को सम्मानित करने का मौका मिला है जो उस युद्ध में शामिल हुए थे।