शिमला। जीवन साथ जीने की कस्में-रस्में निभाने का वायदा करने वाला पति ही पत्नी का हत्यारा बन गया है। हत्या की वारदात को अंजाम देने के 2 माह तक आरोपी पति इस तरह से घूमता रहा कि जैसे कुछ उसने किया ही नहीं है अपितु परिजनों और ससुराल पक्ष के लोगों पर पत्नी के भाग जाने का आरोप लगाते हुए अफवाह फैलाता रहा ताकि वह बच सके। लेकिन सांच को आंच नहीं और आखिरकार जंगल में फैंका शव पुलिस ने बरामद किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल लिया है। 27 साल की महिला का क्षत-विक्षत शव जिला शिमला के चौपाल तहसील के मड़ावग में बगीचे में मिला। मृतका की 2 बेटियां हैं, जिसमें छोटी बेटी सिर्फ 5 माह की है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी दोनों बच्चियों संग चौपाल क्षेत्र में ही अपने पूर्व परिचित नेपाली परिवार के साथ रह रहा था। नेपाली मूल की माया (27) अपने पति गोपाल उर्फ हरिओम गौतम पुत्र गेम खत्री निवासी ओडा नंबर-1, गांव दुली अचल रावती जिला रुकुम नेपाल यहां गांव बाहन डाकघर मकड़ोग तहसील चौपाल में अपने 2 बच्चों के साथ रहती थी।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में सुनील ब्रागटा पुत्र स्वर्गीय सूरत सिंह निवासी गांव लांबा (मड़ावग) डाकघर मड़ावग तहसील चौपाल ने बताया कि वह अपने बगीचे में गया तो वहां पर उसने एक जूता और बिखेरे हुए कपड़े देखे, जिस पर उसे कुछ संदेह हुआ तो उसने तुरंत ही पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरैंसिक टीम को मौके पर बुलाया और यहां से महिला का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया। आरोपी पति गोपाल ने जूते व कपड़ों की पहचान की और अपना जुर्म भी कबूल किया। बताया जाता है कि आरोपी गोपाल ने डंडे से वार करके पत्नी को मौत के घाट उतारा था, वहीं हत्या में प्रयुक्त डंडे को भी बरामद कर लिया गया है। माना जा रहा है कि कहासुनी व आपसी अनबन की वजह से आरोपी ने पत्नी की हत्या की है। डीएसपी राजकुमार वर्मा ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका आईजीएमसी में पोस्टमार्टम करवा लिया है और मौके पर मिले कपड़े व जूते की आरोपी ने शिनाख्त करते हुए हत्या की वारदात को कबूल कर लिया है। आरोपी ने इसी वर्ष फरवरी माह में इस कृत्य को अंजाम दिया है। आरोपी को अदालत में पेश करके उसका रिमांड हासिल किया जाएगा। फिलवक्त पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।