धर्मशाला। फरवरी माह के पहले हफ्ते नगर निगम धर्मशाला के मेयर वर्ष 2023-24 का वार्षिक बजट पेश करेंगे। इस बार वार्षिक बजट में सबसे अधिक जोर विकास पर दिया जाएगा। वहीं पहली बार होगा कि वाॢषक बजट में हर वार्ड में विकास कार्यों के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान किया जाएगा। इससे पहले वार्षिक बजट में वार्ड के विकास के लिए 60 लाख रुपए का प्रावधान ही रहता था। वार्षिक बजट में 34 करोड़ रुपए का प्रावधान केवल 17 वार्डों के विकास पर खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। वार्षिक बजट में लंबे समय से लटक रहे मर्ज एरिया के प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर भी चर्चा की जाएगी। वहीं सदन में तय किया जाएगा कि मर्ज एरिया में पिछले 3 से 4 वर्षों का टैक्स लिया जाएगा या उसे माफ किया जाएगा। मर्ज एरिया में पुराना टैक्स माफ करने की सहमति पर सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। बता दें कि नगर निगम के मेयर ओंकार नैहरिया अपना दूसरा व अंतिम वार्षिक बजट पेश करेंगे क्योंकि नियमों के अनुसार अढ़ाई साल के बाद नगर निगम के मेयर को बदला जाता है।
नगर निगम धर्मशाला का वार्षिक बजट बनाने के लिए फाइनांस टीम जुटी हुई है। हर पहलू को ध्यान में रखते हुए बजट का प्रावधान किया जा रहा है। निगम की सालाना आय को ध्यान में रखते हुए बजट फाइनांस टीम की ओर से बनाया जा रहा है। बता दें कि एक साल से अधिक का समय हो गया है, लेकिन नगर निगम धर्मशाला में स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स न लग पाने के कारण भी सभी पार्षदों में भारी रोष है। इस पर भी वार्षिक बजट के दौरान सदन गर्माएगा। वर्ष 2022-23 में मेयर ओंकार नैहरिया ने 187 करोड़ रुपए का अपना पहला वार्षिक बजट पेश किया था। इस दौरान हर वार्ड के विकास कार्यों पर 60 लाख रुपए का प्रावधान रखा गया था। यह बजट इससे पिछले साल के मुकाबले 38 करोड़ रुपए अधिक था। नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में विकास कार्यों पर 60 लाख रुपए, पार्किंग निर्माण पर 7 करोड़, पार्कों के विकास पर 5 करोड़, 25 करोड़ रुपए की स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स, नालों के तटीकरण के लिए 3 करोड़, जबकि कूहलों के लिए 2 करोड़ और निगम में जन-सहभागिता से विकास के लिए 3 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया था। इसके अलावा अन्य कार्यों के लिए बजट का प्रावधान रखा गया था।