किन्नौर। शीत मरुस्थल के नाम से विख्यात जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर को कड़कती ठंड ने जकडऩा शुरू कर दिया है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ का दिन का तापमान 10 डिग्री सैल्सियस रात्रि का तापमान शून्य डिग्री सैल्सियस चल रहा है। दूसरी ओर पर्यटन स्थल सांगला, छितकुल तथा नाको आदि क्षेत्रों में पारा शून्य से भी 5 डिग्री नीचे दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में इन क्षेत्रों में पेयजल स्रोतों व नलों के जमने से लोगों को पेयजल के लिए खासी मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं। उधर पर्यटन स्थल नाको में बनी कृत्रिम झील के भी जमने की सूचना प्राप्त हुई है। विदित रहे कि विशाल क्षेत्र में फैली इस कृत्रिम झील के सर्दियों में पूरी तरह जम जाने से इस पर स्केटिंग की जाती है। जिले में बढ़ती अत्यधिक शुष्क ठंड से निपटने के लिए लोगों ने पर्याप्त आवश्यक सामग्री जुटानी शुरू कर दी है, ताकि ठंड से मुकाबला किया जा सके। सरकारी कार्यालयों में भी हीटर चलने शुरू हो गए हैं।
उधर, के ऊंचे दर्रों शिंकुला, बारालाचा व रोहतांग में 8 इंच से अधिक हिमपात हुआ है। रोहतांग व बारालाचा दर्रा सर्दियों के चलते पहले ही बंद हो गए हैं जबकि अब शिंकुला दर्रे में भी यातायात अवरुद्ध हो गया है। हालात को देखते हुए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने फोर व्हील वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी है। शिंकुला दर्रे में बर्फबारी होने के चलते 2 दिनों से जांस्कर घाटी का लाहौल से संपर्क कट गया है। हालांकि शिंकुला दर्रे को बीआरओ फिर से बहाल करेगा लेकिन अधिक बर्फ पड़ने से इस मार्ग पर कुछ दिन वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकेगी। बीआरओ की मानें तो इस बार सर्दियों में भी शिंकुला दर्रे से यातायात सुचारू रखने का प्रयास रहेगा। शनिवार को पर्यटन नगरी मनाली में बादल छाए रहे जिससे मौसम ठंडा रहा। दूसरी ओर रोहतांग दर्रे सहित मकरवेद व शिकरवेद, धुंधी, फ्रैंडशिप पीक, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला, छोटा व बड़ा शीघ्री ग्लेशियर, लेडी ऑफ केलांग में शनिवार को बर्फबारी हुई है। एसपी लाहौल-स्पीति मानव वर्मा ने बताया कि शिंकुला मार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद है। मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग दारचा तक खुला है। पांगी-किलाड़ राजमार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला है। काजा सड़क सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है।