हिमाचल प्रदेश में मॉनसून दिख रहा ज्यादा मेहरबान, एक बार फिर आईएमडी की बारिश की चेतावनी
मौसम हर दिन करवट ले रहा है. फिर चाहे वो मैदानी इलाके हों या फिर पहाड़ी. मॉनसून इन दिनों देश के ज्यादातर हिस्सों में मेहरबान है, यही वजह है कि मौसम को लेकर बदलाव देखने को मिल रहे हैं. बीते कुछ दिनों से मैदानी इलाकों में बादलों ने जमकर आफत मचाई वहीं. पहाड़ी इलाके भी भूस्खलन से लेकर भारी बारिश के चलते खासे परेशान रहे. इस बीच हिमाचल प्रदेश से बड़ी खबर सामने आ रही है. हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से बड़ी चेतावनी जारी की गई है. आईएमडी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 5 अगस्तक कई इलाकों में झमाझम वर्षा के आसार बने हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में इस बार मॉनसून की मार कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है. क्या कुल्लू, क्या मनाली हर बड़े पर्यटक स्थल पर इस बार मॉनसूनी बारिश ने कहर बरपाया है. बारिश के बाद आलम यह है कि 300 से ज्यादा सड़कें बंद पड़ी हैं. कुल्लू में कुदरत का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिला है.
यहां पर आसामानी आफत के बाद से ही अब तक राहत कार्य जारी है. प्रशासन की ओर से इलाके में हेलिकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री तक पहुंचाई जा रही है. लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि एक बार फिर आईएमडी ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
स्कूल और शिक्षण संस्थान 5 अगस्त तक बंद
आईएमडी की चेतावनी के बीच प्रशासन और सरकार अलर्ट मोड पर हैं. यही वजह है कि स्कूलों से लेकर सभी शिक्षण संस्थानों को 5 अगस्तक तक के लिए बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
वहीं केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी 1 अगस्त यानी मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के दौरे पर रहेंगे. वे यहां बीते दिन आई बाढ़ से हुए हाईवे के नुकसान का जायजा लेंगे. बता दें कि मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगस्त के पहले सप्ताह तक बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.
हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़े आंकड़ों पर एक नजर
- 76 फीसदी बारिश जुलाई के महीने में अधिक हुई है
- 454.9 एमएम बारिश सिर्फ जुलाई के महीने में हुई
-03 बार जुलाई के महीने में सामान्य से अधिक हुई वर्षा
- 19 वर्षाों का रिकॉर्ड इस बार मॉनसूनी बारिश ने तोड़ा
- 323 सड़कें बंद, कई राजमार्ग भी किए गए बंद
- 189 लोग अब तक बारिश और बाढ़ के चलते गंवा चुके जान
- 34 लोग अब भी बाढ़ के बाद से हैं लापता