हिमाचल में मानसून की मार से बिलबिलाया प्रदेश

मंडी-शिमला और सोलन के लिए काल का दिन

Update: 2023-08-15 09:53 GMT

शिमला: हिमाचल में भारी बारिश से जल प्रलय आ गई है। एक ही दिन में हिमाचल में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो हुई है। वहीं कई लोग ऐसे हैं, जो अभी भी लापता हैं। मंडी, शिमला और सोलन जिला में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। इन जिलों में मरने वालों का आंकड़ा दोहरे अंकों में है। इसके अलावा प्रदेश की अन्य जिलों में भी कई लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में करीब 51 लोगों की मौत अभी तक दर्ज की गई है। आने वाले समय में इसमें और वृद्धि होने की संभावना है। शिमला के फागली वार्ड में तीन ढारों में करीब पांच लोगों की मौत हो गई है, वहीं तीन लोग घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए आईजीएमसी भेज दिया गया है। वहीं चार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। वहीं अभी भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं शिमला जिला के समरहिल के समीप शिव बावड़ी में एक और बड़ा हादसा पेश आया है। सोमवार सुबह सात बजे भारी बारिश की वजह से भू-स्खलन की चपेट में शिव बावड़ी मंदिर आ गया। इससे यहां मौजूद 30 से ज्यादा लोग मलबे में दब जाने की बात कही जा रही है। अभी तक यहां नौ लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। यह मंदिर शिमला के उपनगर बालूगंज इलाके में समरहिल पर स्थित है। सावन सोमवार होने की वजह से मंदिर में सुबह से भीड़ थी। इसके अलावा सोलन के ममलीग के जड़ौण गांव में देर रात करीब डेढ़ बजे बादल फटने से एक परिवार के सात लोगों और अर्की के चलोग गांव में देर रात भवन की दीवार गिरने से एक युवती और बच्चे की दबकर मौत हो गई है। लौहारघाट पंचायत के बानली गांव में एक मकान ढहने से पत्नी-पति मलबे में दब गए। इसमें पति को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि पत्नी की मौत हो गई है। उधर, जिला मंडी में बादल फटने, भू-स्खलन और बाढ़ के चलते 19 लोगों की जान चली गई है। सरकाघाट के मसेरन में बादल फटने से एक महिला की मौत हो गई है। धर्मपुर में भू-स्खलन के चलते दो मौतें हुई हैं। द्रंग क्षेत्र के सेगली में कुल सात लोगों की दबने से मौत हो गई है और छह जख्मी हैं। मृतकों में तीन महिलाएं 3 बच्चे और एक व्यक्ति के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बल्ह क्षेत्र के टिक्कर गागल में 22 वर्षीय युवक अक्षत पुत्र मोहनलाल निवासी की मौत हुई है। मंडी सदर के स्कोर में एक महिला की भू-स्खलन की चपेट में आने से मौत हुई है। सांबल पंडोह में बादल फटने से छह लोगों की मौत हुई है। इनकी अभी तक पहचान नहीं हुई है, जबकि एक लापता है। मंडी के मझवाड़ में भी दो लोग लापता हैं। वहीं कांगड़ा में तीन, चंबा और सरमौर में एक-एक मौत हुई है।

किस जिले, में कितनी मौतें

शिमला 14

मंडी 19

सोलन 10

हमीरपुर 03

सिरमौर 01

चंबा 01

कांगड़ा 03

आपदा प्रभावितों का घर बनाने में मदद करेगी सरकार

शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला सोलन की ग्राम पंचायत ममलीग में भू-स्खलन से प्रभावित जड़ोन गांव का दौरा किया। यहां बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट कीं। मुख्यमंत्री इस त्रासदी पर भावुक हुए और कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। सीएम सुक्खू ने कहा कि जड़ोन में हुए नुकसान की आपदा प्रभावितों रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए हैं और राज्य सरकार प्रभावितों की सहायता के लिए उनके साथ दृढ़ता से खड़ी है। उन्होंने कहा कि हादसे में बहुमूल्य जान जाने की पैसे से भरपाई नहीं की जा सकती है, लेकिन राज्य सरकार प्रभावितों के घावों पर मरहम लगाने का काम करेगी।

उन्होंने कहा कि प्रभावितों को घर बनाने के लिए राज्य सरकार समुचित आर्थिक मदद प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां भी आपदा के कारण लोगों को नुकसान हुआ है, राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से एक-एक पैसा जुटाकर उनकी मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 वर्षों में इस बार सबसे ज्यादा बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि इसका वैज्ञानिक कारण जानना जरूरी है, ताकि सरकार उस पर उचित कार्यवाही कर जानमाल के नुकसान को भविष्य में कम कर सके। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, उपायुक्त मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

शिमला में होगा स्वतंत्रता दिवस

शिमला। राज्य सरकार ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों के शेड्यूल में आपदा को देखते हुए बदलाव किया है। अब मनाली में मंगलवार को होने वाला राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस शिमला में होगा। शिमला वाले जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस को राज्यस्तरीय कर दिया गया है, जबकि मनाली के राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस को जिला स्तरीय करने की अधिसूचना जारी हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला में वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे और उनके साथ पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी रहेंगे, जबकि मनाली में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ही कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

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