नालागढ़: नालागढ़ क्षेत्र हुई तेज बारिश नेे कहर मचा दिया है। नालागढ़ की शान व पहचान कहे जाने वाले हैरिटेज फोर्ट रिजोर्ट को खतरा पैदा हो गया है। दरअसल भारी बारिश से हुए भूमि कटाव की वजह से करीब 600 वर्ष पुराने फोर्ट रिजोर्ट के चार कमरे ढह गए है और महल के बाकी ढंाचे के भी ढहने का खतरा बढ़ गया है। रिजोर्ट प्रबंधन ने एहतियातन क्षतिग्रस्त क्षेत्र की तरफ मूवमेंट बंद कर दी है और इस नुकसान की वजह से रिजोर्ट में पर्यटकों की बुकिंग तक कैसिंल करनी पड़ी है। शुक्रवार सुबह नालागढ़ में हुई बारिश ने खूब तबाही मचाई। इस कारण नालागढ़ के हैरिटेज फोर्ट रिजोर्ट के एक हिस्से के चार कमरे भी भूमि कटाव की वजह से गिर गए है। इस भूमि कटाव से जहां महल का एक हिस्से को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, वहीं चार कमरों के जमींदोज होते ही भीतर रखा सामान भी तहस-नहस हो गया है।
सन् 1421 में पहाड़ी पर निर्मित नालागढ़ के इस प्राचीन महल का एक हिस्सा ढहने से महल को खतरा पैदा हो गया है। नालागढ़ फोर्ट रिजोर्ट के प्रंबधक सुमीत सिंघल ने बताया कि शुक्रवार सुबह हुई तेज बारिश के बाद 11 बजे से भूमि कटाव शुरू हुआ और शाम चार बजे तक देखते ही देखते चार कमरे ढह गए। कटाव के चलते पैदा हुए खतरे को देखते हुए किसी ने भी कमरों में रखे सामान को निकालने की भी हिम्मत नहीं जुटाई। -एचडीएम
रिजोर्ट में कई हिंदी-पंजाबी फिल्मों की शूटिंग
विदित रहे कि 600 साल पुराने इस भवन के अंतिम शासक राजा सुरेंद्र सिंह थे, उनके बाद बेटे विजेंद्र सिंह के हाथ कमान रही। विजेंद्र सिंह नालागढ़ हलके से पांच बार विधायक रहे और एक बार मंत्री भी रहे। वर्तमान में हैरिटेज फोर्ट रिजोर्ट विजेंद्र सिंह के अधीन है। इसी महल में वर्ष 1973 से 1993 तक कालेज की कक्षाएं भी संचालित हुई, लेकिन बाद में कालेज का अपना भवन बनने के बाद इसे रिजोर्ट में तबदील कर दिया गया। शाही मेहमानी नबाजी का प्रतीक यह एतिहासिक स्थल कई हिंदी, पंजाबी फिल्मों की शूटिंग का गवाह भी बना है।