धर्मशाला। तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि तिब्बती समस्या को देखते हुए चीन उनसे संपर्क करना चाहता है। चीन आग्रह करे तो वह चर्चा व संवाद के लिए तैयार हैं। शनिवार सुबह धर्मगुरु दलाईलामा मैक्लोडगंज से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वह दो दिन दिल्ली में रुकेंगे, फिर लद्दाख जाएंगे। दलाईलामा एक महीने के लिए लद्दाख प्रवास के लिए रवाना हुए। दलाईलामा गग्गल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए रवाना हुए और 2 दिन दिल्ली में रहने के बाद वह 10 जुलाई को लद्दाख के लिए रवाना होंगे। प्रवास पर रवाना होने से पहले उन्होंने चीन के संपर्क एवं बातचीत के प्रश्न पर कहा कि अगर चीन आग्रह करे तो वह चर्चा एवं संवाद के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अब चीन को भी एहसास हो गया है कि तिब्बती लोगों की भावना बहुत मजबूत है। उन्हें पता चल गया है कि तिब्बत को लेकर उनकी नीति सफल नहीं हो सकती है, इसलिए तिब्बती समस्या से निपटने के लिए वे उनसे संपर्क करना चाहते हैं। दलाईलामा ने कहा कि वह चीनी नेतृत्व से बात करने के लिए तैयार हैं और हम चीन से सिर्फ आजादी नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से निर्णय लिया है कि हम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का हिस्सा बने रहेंगे। आने वाले समय में देखेंगे कि चीन और चीन के अधिकारियों में किस तरह का बदलाव आ रहा है। इसके साथ ही यह भी देखेंगे कि उनके अधिकारी किस तरह उनके साथ संपर्क करते हैं।