Lok Sabha Election: मतदान से पहले सोशल मीडिया पर कांग्रेस-भाजपा में छिड़ी जंग
हिमाचल प्रदेश। मतदान की तारीख करीब आने के साथ ही प्रदेश के नेता अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे और social media को अपने विरोधियों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।राज्य के चुनाव मैदान में दो प्रमुख राजनीतिक दल (कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी) सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की कमियों को लेकर निशाना साध रहे हैं।दोनों दलों के आधिकारिक सोशल मीडिया खातों को देखने से पता चलता है कि वे एक दूसरे पर हमला करने के लिए आम जनता की ‘बाइट’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। विरोधियों की गलतियां पकड़ने और उन पर निशाधा साधने के लिए ‘वॉर रूम’ स्थापित किए गए हैं।
उदाहरण के लिए, भाजपा द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे उस शहर के नाम का गलत उच्चारण करते दिख रहे हैं जहां वह एक रैली को संबोधित कर रहे थे और वह राज्य में अपनी पार्टी के सहयोगियों के नाम का भी गलत उच्चारण करते नजर आ रहे हैं।इसके जवाब में कांग्रेस ने मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत का एक वीडियो साझा किया। वीडियों में नजर आ रहा है कि रनौत से पूछा गया कि क्या उन्हें यह बात परेशान करती है कि उनकी पार्टी के कुछ साथी उनके साथ सहज नहीं हैं जिसके जवाब में भाजपा की नेता कहा, ‘‘जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं।”
दोनों दल मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ‘व्हाट्सएप’ का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा के Whatsapp पर 8,000 समूह हैं, जबकि कांग्रेस के 4,000 समूह हैं। भाजपा की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 2.85 लाख, फेसबुक पर 3.13 लाख और ‘एक्स’ पर 2.90 लाख फॉलोअर्स हैं।वहीं कांग्रेस की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 26,000, फेसबुक पर 3.50 लाख और एक्स पर 70,000 फॉलोअर्स हैं। हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा और छह विधानसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होना है।हिमाचल प्रदेश में मतदान की तारीख करीब आने के साथ ही प्रदेश के नेता अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे और सोशल मीडिया को अपने विरोधियों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
राज्य के चुनाव मैदान में दो प्रमुख राजनीतिक दल (कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी) सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की कमियों को लेकर निशाना साध रहे हैं।दोनों दलों के आधिकारिक सोशल मीडिया खातों को देखने से पता चलता है कि वे एक दूसरे पर हमला करने के लिए आम जनता की ‘बाइट’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। विरोधियों की गलतियां पकड़ने और उन पर निशाधा साधने के लिए ‘वॉर रूम’ स्थापित किए गए हैं।उदाहरण के लिए, भाजपा द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे उस शहर के नाम का गलत उच्चारण करते दिख रहे हैं जहां वह एक रैली को संबोधित कर रहे थे और वह राज्य में अपनी पार्टी के सहयोगियों के नाम का भी गलत उच्चारण करते नजर आ रहे हैं।इसके जवाब में कांग्रेस ने मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत का एक वीडियो साझा किया। वीडियों में नजर आ रहा है कि रनौत से पूछा गया कि क्या उन्हें यह बात परेशान करती है कि उनकी पार्टी के कुछ साथी उनके साथ सहज नहीं हैं जिसके जवाब में भाजपा की नेता कहा, ‘‘जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं।”
दोनों दल मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ‘व्हाट्सएप’ का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा के व्हाट्सएप पर 8,000 समूह हैं, जबकि कांग्रेस के 4,000 समूह हैं। भाजपा की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 2.85 लाख, फेसबुक पर 3.13 लाख और ‘एक्स’ पर 2.90 लाख फॉलोअर्स हैं।वहीं कांग्रेस की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 26,000, फेसबुक पर 3.50 लाख और एक्स पर 70,000 Followers हैं। हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा और छह विधानसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होना है।