शिमला: हिमाचल में शुक्रवार रात से भारी बारिश जारी है. इससे नदी-नाले फिर से उफान पर आ गए हैं और राहत एवं बचाव कार्य एक बार फिर प्रभावित हो गया है. चंडीगढ़-मनाली हाईवे मंडी के माइल 6 के बाद माइल 9 में भी भूस्खलन हुआ। यहां पहाड़ी से बार-बार पत्थर गिर रहे हैं. इसे देखते हुए हाईवे को बंद कर दिया गया है. कालका-शिमला हाईवे पर भी शोघी-तारादेवी के बीच देर रात भूस्खलन हुआ. मौसम विभाग ने आज 8 जिलों में अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है.
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण पंजाब के तीनों बांधों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. फाजिल्का में जलस्तर बढ़ने से सीमावर्ती करीब 2 दर्जन गांवों के लोगों को बाढ़ का डर सताने लगा है. पानी के तेज बहाव के कारण गांव कावांवाली के पास सतलुज के किनारों में दरार पड़ गई है। ग्रामीणों ने मिट्टी के बर्तनों से बांध को मजबूत किया और पानी रोका. अगस्त के 12 दिनों में हरियाणा में मानसून कमजोर रहा है। इसके चलते हरियाणा के 3 जिले रेड जोन की श्रेणी में आ गए हैं. इनमें जींद, फतेहाबाद और हिसार शामिल हैं। अगस्त में सिर्फ यमुनानगर और अंबाला में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है।
अल-नीनो के कारण मानसून में ब्रेक
अनिरुद्ध शर्मा. नई दिल्ली| पिछले 6 दिनों से देश में हर रोज सामान्य से 50 फीसदी कम बारिश हो रही है. इसके चलते मॉनसून की बारिश अपने सामान्य कोटे से माइनस 1% पर आ गई है, जुलाई में यह 7% ज्यादा थी। स्काईमेट के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि 3 मौसमी घटनाएं मानसून को प्रभावित करती हैं। प्रशांत महासागर में एल नीनो/ला नीना, हिंद महासागर में हिंद महासागर डिपोल (आईओडी) और भूमध्य सागर से आने वाली मैडेन जूलियन ऑसिलेशन धारा (एमजेओ)। 31 जुलाई से अल नीनो अपने चरम पर है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन राजीवन का अनुमान है कि 6 अगस्त से शुरू हुआ मानसून ब्रेक दो सप्ताह तक चलेगा। 20 के बाद फिर सक्रिय होंगे।