ग्रीन हाईड्रोजन, टनल, दुग्ध उत्पादन तथा मल निकासी क्षेत्रों में सहयोग करेगा जाइका- सुक्खू
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शिमला। जापान इंटरनैशनल कॉर्पोरेशन एजैंसी (जाइका) हिमाचल प्रदेश में ग्रीन हाईड्रोजन, टनल, दुग्ध उत्पादन तथा मल निकासी क्षेत्रों में सहयोग करेगा। इसके तहत इन क्षेत्रों के लिए जाइका द्वारा आवश्यक राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। वीरवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जापान इंटरनैशनल कॉर्पोरेशन एजैंसी (जाइका) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान जाइका के सहयोग से प्रदेश में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की गई तथा नई परियोजनाओं पर विस्तृत मंथन किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री ने जाइका को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा ताकि इस दिशा में कार्य योजना तैयार की जा सके, साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि इस संबंध में शिमला में शीघ्र ही एक विस्तृत बैठक आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जाइका से प्रदेश में सुरंग निर्माण को भी अपनी परियोजनाओं में शामिल करने का आग्रह किया।
कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में छोटी सुरंगें सम्पर्क सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन तीसरा ऐसा क्षेत्र है, जिसमें जाइका अपना सहयोग एवं तकनीक उपलब्ध करवा सकती है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक मल निकासी तथा स्वच्छता भी प्रदेश सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। जाइका के मुख्य प्रतिनिधि सैतो मीतसूनौरी ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि एजैंसी सरकार की आकांक्षाओं के अनुरूप परियोजनाओं का कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इलैक्ट्रिक वाहनों के लिए ग्रीन हाईड्रोजन प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से भी विचार-विमर्श किया जा रहा है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना हरित ऊर्जा राज्य का लक्ष्य हासिल करने में मील पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के वाहनों को इलैक्ट्रिक वाहनों में परिवर्तित करने का कार्य शुरू भी कर दिया गया है। बैठक में मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर व संजय अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू, मुख्यमंत्री के ओएसडी केएस बांशटू, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया, मुख्य परियोजना निदेशक जाइका नागेश गुलेरिया उपस्थित थे।