कांगड़ा के देहरा में स्थापित होंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के चिड़ियाघर व गोल्फ कोर्स

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Update: 2023-02-20 09:23 GMT
शिमला। कांगड़ा के देहरा में अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों वाले चिड़ियाघर और गोल्फ कोर्स स्थापित होंगे। सरकार इस पर विचार कर रही है और जल्द ही इस पर फैसला भी ले सकती है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार कांगड़ा जिला के प्राचीन मंदिरों, बौद्ध मठों, गिरिजाघरों, जलाशयों, विश्व प्रसिद्ध बिलिंग पैराग्लाइडिंग स्थल, हिमाच्छदित धौलाधार पर्वतमालाओं और झीलों के लिए सुप्रसिद्ध हैं। इन्हें पर्यटन की दृष्टि से सरकार द्वारा इन्हें और विकसित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम के माध्यम से कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करेगी, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। जनसंख्या की दृष्टि से कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है और इसे प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में पहचान दिलाने के सार्थक सरकार प्रयास किए जा रहे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार हर जिला मुख्यालय के समीप हैलीपैड बनाएगी। मौजूदा समय में इन हैलीपैड के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। प्रदेश के मौजूदा हवाई अड्डों को विस्तार प्रदान करने की भी योजना पर भी कार्य किया जा रहा है।
जिस पर सरकार जल्द ही मोहर लगा सकती है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धौलाधार की नैसर्गिक सुंदरता के प्रति पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं के बेस कैंप में टैंट सिटी स्थापित करने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तावित है और इन श्रृंखलाओं को संपर्क सुविधा से भी जोड़ा जाएगा। शुरूआती चरण में लगभग सभी सुविधाओं से युक्त 200 टैंट स्थापित किए जाएंगे। इस दिशा में हाल ही में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की गोवा के मुख्यमंत्री के साथ हुई एक बैठक में दोनों राज्यों में समुद्र और पहाड़ के अनुभव को एक साथ मिलाने के लिए सहयोग करने पर सहमति बनी है ताकि इसे दुनिया में एक अनूठा गंतव्य बनाया जा सके। प्रदेश सरकार वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत 25 स्थलों को पर्यटक आकर्षण स्थलों के रूप में विकसित करने पर भी विचार कर रही है। इसके अतिरिक्त राज्य में जलाशय पर आधारित पर्यटन को विशेष रूप से प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। चंबा स्थित चमेर, डैम, रामसर आद्र्रभूमि स्थल तथा बिलासपुर की गोविंदसागर झील को जल क्रीड़ा गतिविधियों पर आधारित स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भविष्य में सरकार युवाओं को पेडल बोट या हाइड्रोफाॅयल बाइक खरीदने के लिए उपदान की सुविधा भी प्रदान करेगी। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
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