गुजरात चुनाव में बंपर जीत के बावजूद हिमाचल की हार ने बीजेपी की जीत के जश्न को फीका कर दिया है. पहाड़ी राज्य में सत्ता गंवाने के बाद भगवा पार्टी हार की समीक्षा में जुटी है. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक संगठन में गुटबाजी की वजह से बीजेपी सत्ता से दूर रह गई. हमीरपुर समेत कई जिलों में पार्टी का खाता तक नहीं खुला.
रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव परिणाम आने के बाद अमित शाह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ हार को लेकर चर्चा भी की. केंद्र में मजबूत सरकार होने के बावजूद राज्यों में आंतरिक गुटबाजी ने पार्टी हाईकमान की टेंशन बढ़ा दी है.
2018 में सत्ता गंवाने के बाद से ही बीजेपी राजस्थान में गुटबाजी जारी है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के बीच अब भी अदावतें की खबरें आती रहती है. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ भी वसुंधरा गुट लगातार मोर्चा खोले रहता है.