बिलासपुर में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर जागरूकता की मुनादी सड़कों पर बैनर-पोस्टर लगाए
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर जागरूकता की मुनादी सड़कों पर बैनर-पोस्टर लगाकर कागजी खानापूर्ती काफी समय पहले शुरू कर दी थी, लेकिन जमीनी स्तर पर शायद उतना काम इसकी रोकथाम को लेकर नहीं किया गया.
जनता से रिश्ता। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर जागरूकता की मुनादी सड़कों पर बैनर-पोस्टर लगाकर कागजी खानापूर्ती काफी समय पहले शुरू कर दी थी, लेकिन जमीनी स्तर पर शायद उतना काम इसकी रोकथाम को लेकर नहीं किया गया. यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों ने जिले के बाशिंदों को एक बार फिर डेंगू से डराना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग के आकंड़ों के मुताबिक एक महीने में 18 लोग इसकी चपेट में (dengue 18 cas in bilaspur)आ चुके. इसको लेकर स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. वहीं, इसको लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि एक माह के भीतर 18 मामले आने के कारण (Alert on dengue in Bilaspur)अलर्ट जारी किया गया.
डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया भगेड़, एम्स कोठीपुरा, ब्रहम्पुखर ,रौड़ा सेक्टर, बामटा, लखनपुर सहित नैना देवी जी क्षेत्र के है. यहां सभी का इलाज घर में चल रहा. संबंधित क्षेत्र के बीएमओ प्रतिदिन इनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सहित उपचार दे रहे. मुख्य चौराहों सहित अन्य स्थानों पर होर्डिंग सहित जागरूकता और फॉगिंग करवाई जा रही .उन्होंने बताया कि अगर मामलों में बढ़ोतरी हुई तो ऐपेडेमिक (will impose an epidemic act)एक्ट भी लागू किया जाएगा.
बता दें कि 2018 सत्र में जिला डेंगू को लेकर हॉट एरिया में आया था. यहां पर 2 हजार से अधिक व 3 मौत डेंगू से हुई थी. केंद्र से एक विशेषज्ञों की टीम पहुंची थी. जिन्होनें पूरे क्षेत्र का दौरा करके यहां से डेंगू मच्छर जांच के लिए अपने साथ पुडुचेरी लैब में लेकर गए थे. टीम ने पूरी जांच करने के बाद आदेश जारी किए थे कि अगर यह मामले थमते नहीं तो महामारी फैल सकती है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने नगर के डियारा सेक्टर में जाकर लोगों को जागरूक किया था.