मंडी न्यूज़: पर्यटन सीजन शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं। अगले कुछ दिनों में रोजाना हजारों वाहन मंडी से पंडोह से मनाली की ओर गुजरेंगे, लेकिन मंडी से पंडोह तक निर्माणाधीन फोर लेन सड़क पर्यटकों के साथ-साथ मंडी व कुल्लू जिले के लोगों के लिए आफत बन गई है. इस हिस्से में फोर लेन निर्माण का कार्य केएमसी कंपनी कर रही है। केएमसी कंपनी की लापरवाही पिछले चार साल से लोगों पर भारी पड़ रही है। चार साल में भी इस हिस्से में फोर लेन का ज्यादातर काम अधूरा है और कंपनी को इसे पूरा करने में एक से दो साल और लग सकते हैं। शुक्रवार को भी 17 घंटे के बाद चार मील पर बंद फोरलेन पर यातायात शुरू हो सका. गुरुवार को दोपहर करीब 1 बजे मील चार के पास भारी मलबा पहाड़ी से नीचे आने के बाद फोर लेन को बंद कर दिया गया था और इसे बहाल करने में 17 घंटे लग गए।
जिससे पर्यटकों के सैकड़ों वाहन दोनों तरफ फंस गए। हालांकि मंडी की तरफ से आने वाले वाहनों को कटौला बजौरा रूट से डायवर्ट कर दिया गया, लेकिन इसके बाद भी बड़ी संख्या में पर्यटक वाहन व मालवाहक दोनों तरफ फंसे रहे। तीन दिन पहले भी पर्यटकों को इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था। फिर भी 12 घंटे बाद चार मील के पास फोरलेन बहाल हो सका। जिससे हजारों लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं अगर यही हाल रहा तो पर्यटन सीजन में बार-बार फोरलेन बंद होने की समस्या से हजारों पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी दो-चार होना पड़ सकता है।
कंपनी के पास भारी मशीनरी भी नहीं है: फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के पास भारी मशीनरी तक नहीं है। यही वजह है कि निर्माणाधीन फोरलेन पर जब भी पहाड़ कटने से भारी मलबा गिरता है तो कंपनी को उसे उठाने में घंटों लग जाते हैं। कंपनी द्वारा नियोजित ठेकेदारों की छोटी मशीनरी की मदद से ही मलबा हटाया जाता है। यही वजह है कि पहाड़ियों को काटने का काम भी काफी धीमी गति से चल रहा है।