कुल्लू: क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में आईफ्लू के मामलों में भरी इजाफा हुआ है। जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में 138 केस कुल दर्ज हुए है, जिमसें 38 मरीज आईफलू से संक्रमित पाए गए। इतना ही नहीं बल्कि कई मरीज ओपीडी के बाहर से ही बिना उपचार करवाए लौट गए है। ओपीडी में ऐसे मामलों को चेकअप करने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है ताकि संक्रमण आगे ज्यादा न बढ़े। इसके अलावा मातृ एवं शिशु अस्पताल में बच्चों की ओपीडी में खासा रस देखने को मिला है। यह नजारा सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर बाद बराबर नजर आया। शिशु ओपीडी में इतनी तादाद बच्चों के उपचार करवाने के लिए लोगों की उमड़ी रही कि ओपीडी के बाहर खड़े होने के लिए जगह कम पड़ गई। सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू की हड्डा रोग विशेषज्ञ में सबसे ज्यादा लोग 195 रिकार्ड तोड़ दर्ज किए गए हैं, जोकि विभिन्न प्रकार के बीमारियों से ग्रस्त होने की सूरत में उपचार करवाने के लिए पहुंचे हैं। वही स्थिति बाल रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, चमड़ी रोग विशेषज्ञ सहित सामान्य ओपीडी और अन्य जगहों पर भी उपचार करवाने के लिए लोगों की खासी नजर आई। (एचडीएम)
1135 मरीज आए
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के चिकित्सा अधीक्षक डा. नरेश कुमार का कहना है कि सोमवार को हड्डा रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ समेत अन्य में 1135 रिकॉर्ड तोड़ ओपीडी दर्ज हुई है। विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रस्त लोगों के लिए पहुंचे हैं। जैसे-जैसे मौसम सामान्य हो रहा है और आपदा के दौरान जो इलाके सडक़ सुविधा से महरूम हो गए हैं। अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ रही है।
बार-बार धोएं हाथ
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रिचा का कहना है कि आईफ्लू के मामले अस्पताल में बढ़ रहे हैं। सोमवार को भी जहां एक ओर 124 ओपीडी रिकार्ड दर्ज है। इनमें से 38 केस आई फ्लू के निकले है। उन्होंने इस दौरान ओपीडी में ऐसे संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के चैकअप करने के लिए अलग से व्यवस्था की है ताकि संक्रमण के मामलों में इजाफा न हो सके। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और बार-बार हाथों को धोने व आंखों से टच न करने की अपील की है। साथ ही किसी भी व्यक्ति के संपर्क में न आने और कोई भी वस्तु प्रयोग में न लाने की अपील की है।