हिमाचल प्रदेश में नई तकनीकों की दस्तक के बीच हाइड्रोपोनिक ने भी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई
हिमाचल प्रदेश में अब खेती करने के लिए जमीन का होना जरूरी नहीं है। खेती कारोबार में नई तकनीकों की दस्तक के बीच हाइड्रोपोनिक (Hydroponic) ने भी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है।
हिमाचल प्रदेश में अब खेती करने के लिए जमीन का होना जरूरी नहीं है। खेती कारोबार में नई तकनीकों की दस्तक के बीच हाइड्रोपोनिक (Hydroponic) ने भी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है। इस तकनीक के चलते अब बिना जमीन के भी आप घरेलू से लेकर कमर्शियल तक खेती-बाड़ी कर सकते हैं। और इसी के दम पर आप घर की छत से लेकर कमरे के अंदर भी सब्जियों और फलों का उत्पादन करने में सफलता पा सकते हैं। जिला के विकासशील किसान युसूफ खान (Farmer Yusuf Khan) ने हाइड्रोपोनिक तकनीक का तड़का लगभग कई फलों और सब्जियों की पैदावार में लगाया और इसके सफल ट्रायल सामने आने पर अब इसे खेती कारोबार में कमर्शियल तौर पर अपनाए जाने के लिए भी कसरत शुरू कर दी गई है।
सोमवार को विकासशील किसान युसूफ खान के नंगल सलांगड़ी स्थित फार्म का दौरा हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर (Virendra Kanwar) ने किया। विशेष रूप से हाइड्रोपोनिक तकनीक को समझने और जानने के लिए फार्म में पहुंचे कृषि मंत्री ने इसके सफलतम प्रयोगों पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस फार्म में हाइड्रोपोनिक तकनीक के घरेलू से लेकर कमर्शियल तक सभी ट्रायल सफल रहे हैं। इस तकनीक के दम पर अब लोगों को घरेलू और व्यवसायिक खेती कारोबार में काफी मदद मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार हाइड्रोपोनिक तकनीक को खेती कारोबार में प्रमुख रूप से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।