देश के सबसे लंबे रूट दिल्ली-लेह पर HRTC की बस सेवा शुरू, 30 घंटे में पूरा होगा 1026 KM का सफर
शिमला। देश के सबसे लंबे और सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित दर्रों से गुजरने वाले रूट पर हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की रोमांचकारी दिल्ली-लेह बस सेवा शुरू हो गई है। ये रूट बारालाचा दर्रा (4850 मीटर), तांगलंग दर्रा (5328 मीटर) व नाकी दर्रा (4769 मीटर) से होकर मनोहारी स्थानों सरचू, पांगी आदि से गुजरता है, जिसकी कुल लम्बाई 1026 किलोमीटर है तथा कुल किराया 1736 रुपए रहेगा। इस रूट पर 3 चालक और 2 परिचालक सेवाएं देंगे। बस दोपहर बाद 3.45 बजे दिल्ली से चलेगी और अगले दिन सुबह 10.30 पर केलांग पहुंचेगी। रात्रि ठहराव केलांग में रहेगा। सुबह 5.30 बजे बस केलांग से लेह के लिए रवाना होगी तथा अगले दिन प्रात: 4 बजे बस लेह पहुंचेगी। बस का सफर 30 घंटे में पूरा होगा। एचआरटीसी के आरएम अंचित शर्मा ने बताया कि वीरवार को दिल्ली से केलांग पहुंची एचआरटीसी की बस 42 यात्रियों को लेकर लेह के लिए रवाना हुई।
शुक्रवार से लेह व दिल्ली दोनों ओर से बस सेवा शुरू हो जाएगी। हर रोज एक बस लेह से दिल्ली व दिल्ली से लेह के लिए रवाना होगी। यह बस सेवा अक्तूबर महीने तक जारी रहेगी। दिल्ली से लेह के लिए 1026 किमी सफर का किराया 1740 रुपए है जबकि केलांग से लेह के बीच का किराया 650 रुपए निर्धारित किया गया है। वीरवार को मनाली-लेह मार्ग पर यातायात सुचारू रहा। सुबह के समय दारचा से सरचू की ओर वाहन भेजे गए जबकि दोपहर 12 बजे के बाद सरचू से दारचा के लिए वाहन भेजे। एक सप्ताह के बाद भी बारालाचा दर्रे में सड़क किनारे बर्फ के ढ़ेर पहले जैसे लगे हैं जिस कारण सूरजताल से भरतपुर सीटी तक ट्रैफिक एक तरफा ही रखा गया है। दारचा-शिंकुला-जांस्कर मार्ग आज बीआरओ के सड़क मुरम्मत कार्य के चलते बन्द रहा। बीआरओ की मानें तो शनिवार को शिंकुला दर्रा वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है।