शिमला: शिलाई उपमंडल के रोनहाट के समीप खिज्वाडी में बेहद दर्दनाक हादसा पेश आया है। हादसे में 4 मासूम बच्चों सहित एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई है। जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक खिज्वाडी गांव में परिवार का मकान उस समय भूस्खलन की चपेट में आ गया, जब सदस्य गहरी नींद में सो रहा था। चूंकि हादसा रात के समय पेश आया, लिहाजा किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी। सुबह एक स्थानीय व्यक्ति जब वहां से गुजर रहा था तो उसे चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद उसने गांव के अन्य लोगों को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि तीन बच्चों सहित एक महिला की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। जबकि एक 6 साल की बच्ची अमीषा व 30 साल के प्रदीप को सुरक्षित बाहर निकाला गया था, लेकिन 6 साल की बच्ची अमीषा ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में प्रदीप पुत्र दौलत राम गांव राक्सोड़ी पोस्टऑफिस रोनहाट के तीन बच्चों व एक 7 साल की भांजी सहित पत्नी की मौत हो गई है।
मृतकों की पहचान ममता (27) पत्नी प्रदीप, इशिता (8) पुत्री प्रदीप,अमीषा (6) पुत्री प्रदीप, एरंग (2) पुत्री प्रदीप व अकांशिका (7) पुत्री तुलसीराम निवासी हलाहं शिलाई के रूप में हुई है। अकांशिका प्रदीप की भांजी है, जो मामा के घर आई हुई थी। खबर लिखे जाने तक प्रशासन की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी। उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में सिरमौर के उपायुक्त आरके गौतम ने बताया कि सिरमौर में मृतकों का आंकड़ा 6 है। उन्होंने बताया कि नौहराधार में भूस्खलन के कारण एक की मौत हुई है, जबकि बडू साहिब में करंट लगने से एक की मौत हुई है। उपायुक्त ने बताया कि शिलाई उपमंडल में भूस्खलन की चपेट में आने से एक घर में सो रहे चार सदस्यों की मौत के अधिकारिक सूचना मिली है। एक सवाल के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
बता दें कि प्रदेश में देर रात हुई मूसलाधार बारिश से भारी तबाही हुई है। सिरमौर में भी बारिश से जगह-जगह नुकसान हुआ है। देर रात बड़ू साहिब से कुछ डराने वाली तस्वीरें सामने आई थी। यहां पूरा विश्वविद्यालय परिसर जलमग्न हो गया था। वही जिला के ऊपरी इलाकों में भी मूसलाधार बारिश से भारी नुकसान हुआ है।