हिमांचल प्रदेश: काष्ठकुणी शैली के मकान में भड़की आग, 50 लाख का नुकसान
काष्ठकुणी शैली के मकान में भड़की आग, 50 लाख का नुकसान
हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली के अलेऊ गांव में काष्ठकुणी शैली के एक मकान में आग लग गई। आग की भयंकर लपटों में ढाई मंजिला मकान की ऊपरी मंजिल के छह कमरे और उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया। घटना में लगभग 50 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को फौरी राहत दी है। बर्तन की किट और राशन भी परिवार को मुहैया करवाया जाएगा। मनाली शहर से लगभग दो किलोमीटर दूर अलेऊ गांव में हीरालाल और दिले राम पुत्र वेद राम के ढाई मंजिला काष्ठकुणी शैली के मकान में अचानक आग लग गई।
दिले राम ने बताया कि जब आग की घटना हुई, उस समय पूरा परिवार सोया हुआ था। धुआं कमरे में आने से उनकी पत्नी की नींद खुली तो उन्होंने आग लगने का शोर मचाया। इसके बाद किसी तरह से पूरा परिवार घर से बाहर आ गया। आग की लपटे देख गांव के लोग भी एकत्रित हुए और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। अग्निशमन केंद्र मनाली को भी इसकी सूचना दी गई। अग्निशमन केंद्र से पहुंची टीम ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किए। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक ऊपरी मंजिल के छह कमरे जलकर राख हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग की लपटें इतनी भयंकर थी कि देखते ही देखते पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। ऊपरी मंजिल के छह कमरे सामान सहित जलकर राख हो गए। टीवी, फ्रिज, एलईडी जैसे महंगे उत्पादों तो दूर कपड़े आदि भी नहीं बचाए जा सके। उपमंडलाधिकारी मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि पीड़ित परिवारों को प्रशासन की ओर से 10,000-10,000 हजार रुपये की फौरी राहत दी गई है। परिवारों को राशन और बर्तन की किट भी प्रशासन मुहैया करवाएगा। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
शिक्षा मंत्री ने पीड़ित परिवार को दिए वस्त्र
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रभावित परिवार से मुलाकात कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता के तौर पर राशि और समस्त परिवार को वस्त्र प्रदान किए। नया मकान बनाने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रशासन को भी इनकी हरसंभव सहायता करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ है। उन्होंने गांव वासियों से सहयोग करने की भी अपील की है।