Himachal Pradesh धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार को हुई बारिश और बर्फबारी के बाद उत्तर भारतीय पहाड़ी शहर धर्मशाला में भीषण शीतलहर चल रही है। यहां के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है।
एएनआई से बात करते हुए, कृष्ण गोपाल नामक निवासी ने कहा, "पिछले दो दिनों से बारिश और बर्फबारी के बाद यहां बहुत ठंड है। बच्चों के लिए थोड़ी परेशानी है। बिजली भी कट रही है। लेकिन धूप खिली हुई है, जो हमारे लिए बड़ी राहत है।"
एक निवासी करम सिंह ने कहा, "कल से यहां बारिश हो रही है। यह अच्छी बात है, हम इसका इंतजार कर रहे थे, लेकिन बहुत ठंड है। यह बुजुर्गों और बच्चों के लिए परेशानी का सबब है और उन्हें विशेष देखभाल की जरूरत है। हम कई परतों में गर्म कपड़े पहने हुए हैं।" एक अन्य निवासी मोहिंदर ने कहा, "यह मौसम फसलों और पानी के लिए अच्छा है, लेकिन यहां बहुत ठंड है। कई लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं।
इससे पहले, शनिवार को हिमाचल प्रदेश के निचले पहाड़ी इलाकों में आधी रात तक हल्की और मध्यम बारिश हुई, जबकि मध्य पहाड़ी इलाकों में रविवार सुबह तक हल्की बारिश और बर्फबारी जारी रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि राज्य के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में रविवार सुबह तक मध्यम और कुछ जगहों पर भारी बर्फबारी जारी रहने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि कल सुबह तक पूर्वोत्तर-चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी के उत्तरी हिस्सों, लाहुल-स्पीति, किन्नौर और सिरमौर जिलों के उत्तरी हिस्सों में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश या बर्फबारी की संभावना है।
अगले 12 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड की स्थिति बनी रहेगी। 30 दिसंबर की सुबह से राज्य के निचले पहाड़ी/मैदानी इलाकों में शीतलहर, घना कोहरा और ग्राउंड फ्रंट का नया दौर शुरू होने की संभावना है। IMD ने कहा कि शिमला शहर और आसपास के इलाकों में आज आधी रात तक रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रहेगी।
शिमला और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की वजह से भूस्खलन और दैनिक जीवन में काफी व्यवधान पैदा हो गया है। लगातार हो रही बारिश ने शिमला और आसपास के इलाकों में बर्फ पिघला दी है, जिससे तापमान में और गिरावट आई है और हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। खराब मौसम की वजह से न केवल स्थानीय निवासी बल्कि वे लोग भी प्रभावित हो रहे हैं जो अपनी आजीविका के लिए दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर हैं। शिमला शहर में गिरते पारे ने स्थानीय लोगों और कामगारों के लिए अपनी दिनचर्या को जारी रखना बेहद मुश्किल बना दिया है। सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में दिहाड़ी मजदूर हैं जो लोगों तक जरूरी सेवाएं पहुंचाने के लिए खराब मौसम की स्थिति का सामना करते हैं। (एएनआई)