Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: पिछले पांच माह से ऐतिहासिक मलाणा गांव सड़क सुविधा न होने से परेशानी झेल रहा है। 31 जुलाई को आई आपदा के कारण जरी को जोड़ने वाली सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों को जरी पहुंचने के लिए करीब 10 किमी पैदल सफर करना पड़ रहा है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्ग और मरीजों को हो रही है। परिवहन शुल्क अधिक होने के कारण ग्रामीणों को महंगे दामों पर सामान खरीदना पड़ रहा है। करीब 150 वाहन फंसे हुए हैं और कई लोगों की आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुई है। सरकार, प्रशासन और परियोजना प्रबंधन से बार-बार की गई गुहार पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। सड़क के जीर्णोद्धार में तेजी लाई जाए।
नकथान गांव को जाने वाली सड़क जलविद्युत परियोजना के बांध में डूबी
बरशैणी पंचायत के नकथान गांव को जाने वाली सड़क पुलगा में जलविद्युत परियोजना के बांध में डूब गई है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परियोजना प्रबंधन से कई बार गुहार लगाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इस बारे में कई बार प्रशासन और सरकार को भी अवगत कराया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। परियोजना का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसके बैराज को भरा जा रहा है, जिससे गांव को जाने वाली सड़क और विभिन्न रास्ते पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। परियोजना अधिकारियों को जल्द से जल्द गांव को जोड़ने के लिए मोटर योग्य सड़क का निर्माण करना चाहिए।