हिमांचल राज्यपाल ने पहले लिया ज्ञापन, फिर भाजपा नेताओं के साथ लिया बर्फबारी का आनंद
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर पंजाब में सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप के नेतृत्व में भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर पंजाब में सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजे ज्ञापन में पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में चूके मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।
मंत्री सुरेश भारद्वाज, रामलाल मारकंडा और राजीव सैजल के अलावा पार्टी महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, महापौर सत्या कौंडल भी मौजूद रहे। ज्ञापन लेने के बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ राजभवन परिसर में बर्फबारी का लुत्फ उठाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के इतिहास में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक पहले कभी नहीं देखी गई है। पंजाब सरकार के संरक्षित उपद्रवियों एवं तथाकथित किसान संगठनों ने सुनियोजित ढंग से पीएम का रास्ता रोका। इस कारण पीएम को लगभग 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा। यह सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है एवं उनके खिलाफ सोची समझी साजिश का स्पष्ट प्रमाण है।
कई महत्वपूर्ण तथ्यों एवं दस्तावेजों से यह बात सामने आई है कि यह कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही है, जो उनके केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर हुई है। इससे पूर्व भी भारत ने दो पूर्व प्रधानमंत्री सुरक्षा व्यवस्था में चूक के कारण खोए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा भारत के इतिहास में पंजाब की पुण्य भूमि पर कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे। कहा कि जो लोग कांग्रेस में प्रधानमंत्री से घृणा करते हैं वो आज उनकी सुरक्षा को नाकाम करने के लिए प्रयासरत थे।