हिमाचल प्रदेश Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले सप्ताह से जारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य में 120 से अधिक सड़के अवरुद्ध हैं व निचले इलाके जलमग्न हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वहीं, केरल के विभिन्न हिस्सों में भी भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने राज्य के दो जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
स्थानीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार को भारी से बहुत भारी बारिश के लिए '' अलर्ट जारी किया। वहीं, 21 अगस्त तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है। कांगड़ा, सिरमौर और बिलासपुर जिलों में रातभर भारी बारिश हुई, जिससे कुछ नदियां उफना गई हैं, पेड़ उखड़ गए और सड़क जलमग्न हैं। Orange
कांगड़ा में बुधवार शाम पांच बजे से बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे तक सबसे अधिक 156 मिमी बारिश हुई गई, इसके बाद धर्मशाला में 150.8 मिमी, पालमपुर में 143 मिमी, नाहन में 120 मिमी, नैना देवी में 78.2 मिमी, जोत में 69 मिमी, देहरा गोपीपुर में 67.4 मिमी, पांवटा साहिब में 48 मिमी और सलापड़ में 37.6 मिमी बारिश हुई। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह शिमला में 76 सड़कें, मंडी में 18, कुल्लू में 13, सिरमौर में आठ, कांगड़ा में पांच, किन्नौर में तीन, लाहौल एवं स्पीति में दो और चंबा जिले में एक सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद है।
केंद्र ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बारिश और Landslide के कारण 105 बिजली और 47 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। अधिकारियों के अनुसार, राज्य में 27 जून से 14 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 113 लोगों की मौत हुई है तथा प्रदेश को लगभग 1,083 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।