Himachal Pradesh,हिमाचल प्रदेश: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu ने आज कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के कॉलेजों के लिए रैंकिंग प्रणाली अपनाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 138 कॉलेज हैं और उनकी रैंकिंग का फार्मूला तैयार किया जा रहा है। हम सभी कॉलेजों और अन्य सरकारी शिक्षण संस्थानों में सुविधाओं को मजबूत करना चाहते हैं। सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है और इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। सुक्खू ने संजौली स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अगले दो वर्षों में कॉलेज परिसर में एक कला ब्लॉक, एक बालिका छात्रावास और एक पार्किंग सुविधा का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हाल ही में शुरू की गई मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के तहत विधवाओं के 23,000 बच्चों की 27 वर्ष की आयु तक की शिक्षा का खर्च वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए डॉ. वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी विद्यार्थी धन की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे। इस योजना के तहत एक प्रतिशत की ब्याज दर पर पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाता है और विदेश में पढ़ाई के लिए भी इसका लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगले बजट में कई बदलाव देखने को मिलेंगे और शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पिछली भाजपा सरकार ने प्रदेश के संसाधनों को लूटा था, लेकिन कांग्रेस सरकार संसाधनों का लाभ लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। सुक्खू ने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कॉलेज में मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन मैं जीत गया था। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संदीप शर्मा ने कहा कि पुराने दोस्तों से मिलकर और पुरानी यादें ताजा करके अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान ने मेरे करियर को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके लिए मैं हमेशा इसका ऋणी रहूंगा।