सरकार ने अध्यक्ष व सदस्यों को हटाने की मंशा से बंद किया कर्मचारी चयन आयोग: जयराम

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Update: 2023-02-23 09:55 GMT
शिमला। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के अध्यक्ष एवं सदस्यों को हटाने की मंशा से इसको बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि ऊपर से नीचे तक सबको दोषी ठहराना गलत है। फिर भी यदि सरकार को लगता है कि ऐसा हुआ है तो नाम सार्वजनिक करके दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करनी चाहिए। जयराम ठाकुर यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आयोग को बंद करने से 39 कोड के 4000 युवाओं की रुकी पड़ी भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया पूरी होने तक वह इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि अक्तूबर, 1998 में इसकी स्थापना तब की गई, जब जांच में चिटों पर भर्ती करने की बात सामने आई थी, ऐसे में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए हमीरपुर का चयन किया गया ताकि लोक सेवा आयोग शिमला पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सके।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार नियम एवं शर्तों को बदलने के लिए टैंडर प्रक्रिया को रद्द करने का प्रयास कर रही है। बिजली बोर्ड में 3,700 करोड़ रुपए के टैंडर को क्यों रद्द किया गया है, वह इसकी जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि हर बार टैंडर प्रक्रिया को बदलने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है, इसे स्पष्ट करना चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी शिवरात्रि मेले में ऐसा पहली बार हुआ है, जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राजनीतिक भाषण दिया है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी शुरूआत नहीं है कि देव समाज के बीच कोई राजनीतिक भाषणबाजी हो। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंडी शिवरात्रि मेले की सांस्कृतिक संध्या में अल्लाहू अकबर की गूंज से नाराजगी है। उन्होंने कहा कि उनका कलाकारों के प्रति पूरा सम्मान है लेकिन बेहतर होता कि पहली संध्या की शुरूआत देव संस्कृति से होती।
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