शिमला। प्रदेश सरकार ने वर्ष 1996 बैच की महिला आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल को प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। डीजीपी संजय कुंडू के आगामी 14 जुलाई तक अवकाश पर जाने के चलते उन्हें यह अतिरिक्त जिम्मा सौंपा गया है। मुख्य सचिव की तरफ से इस आशय संबंधी अधिसूचना शुक्रवार को जारी की गई। इसके तहत सरकार ने सतवंत अटवाल को डीजीपी स्तर पर लिए जाने वाले प्रशासनिक एवं अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। वर्तमान में सतवंत अटवाल एडीजी स्टेट विजिलैंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो हैं, ऐसे में वह जारी अधिसूचना के अनुसार 14 जुलाई तक महकमे से जुड़े अहम फैसले ले सकेंगी।
बता दें कि डीजीपी संजय कुुंडू बीते 13 जून से अवकाश पर हैं और सरकार को उनके पद का अतिरिक्त जिम्मा किसी अन्य अधिकारी को सौंपने का निर्णय लेने में ही 10 दिन का समय लग गया। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी बीते दिनों डीजीपी के पद का अतिरिक्त कार्यभार किसी अधिकारी को न सौंपे जाने पर सरकार को आड़े हाथ लिया था। यह पहला मौका है कि जब कोई महिला अफसर डीजीपी पद का अतिरिक्त जिम्मा देखेंगी। इससे पहले प्रदेश में कोई भी महिला डीजीपी नहीं रही है।
राज्य सरकार ने नियुक्ति का इंतजार कर रहे वर्ष 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी राकेश अग्रवाल को एडीजी कम कमांडैंट जनरल होमगार्ड, सिविल डिफैंस एवं फायर सर्विस लगाया है। ऐसे में उक्त पद के अतिरिक्त कार्यभार से 1997 बैच के आईपीएस ऑफिसर एपी सिंह भारमुक्त हो जाएंगे और एडवाइजर (सिक्योरिटी) हिमाचल सरकार दिल्ली और एडीजी जेल का काम देखते रहेंगे। वरिष्ठता को देखा जाए तो राकेश अग्रवाल महिला आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल से वरिष्ठ हैं।