विद्युत बोर्ड हिमाचल में चार नए बिजली प्रोजेक्ट लगाने जा रहा है। इन प्रोजेक्ट को लेकर सोमवार को दिल्ली में एमओयू साइन किया गया है। यह चारों प्रोजेक्ट चंबा जिला में लगने जा रहे हैं। इन प्रोजेक्ट के माध्यम से हर साल 281 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होगा। जिन बिजली प्रोजेक्ट को शुरू किया जाना है, उनमें 15 मेगावाट का सेईकोठी-एक, 18 मेगावाट का सेईकोठी-दो, 16 मेगावाट का देवीकोठी और 18 मेगावाट का हेल प्रोजेक्ट शामिल है। इन परियोजनाओं के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता समझौता सोमवार को दिल्ली में भारत सरकार और केएफडब्ल्यू डिवेलपमेंट बैंक जर्मनी के बीच हुआ।
हिमाचल में बिजली पर पैसा लगाएगा जर्मनीइस समझौते में 80 मिलियन यूरो (लगभग 654 करोड़ रुपए) की वित्तिय सहायता राशि के साथ-साथ 1.5 मिलियन यूरो (लगभग 12 करोड़ रुपए) के वित्तिय अनुदान शामिल है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने समझौता होने के बाद प्रदेश के लोगों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से अतिरिक्त बिजली उत्पादन उपलब्धता के अलावा, राज्य के लोगों को विशेष रूप से चंबा जिला के दूरदराज के परियोजना प्रभावित लोगों को रोजगार मिलने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही परियोजना निर्माण क्षेत्रों में सडक़ और ग्रिड नेटर्व जहां मजबूत होगा,
वहीं बेहतर बुनियादी सुविधाओं के कारण क्षेत्रों की आबादी की आजीविका में वृद्धि भी होगी। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं का निर्माण हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड केएफडब्ल्यू डिवेलपमेंट बैंक जर्मनी की वित्तीय सहायता से हिमालय में जलविद्युत कार्यक्रम के तहत निष्पादित किया जाना है। उन्होंने कहा कि राज्य जल्द ही एक हरित ऊर्जा राज्य के रूप में उभरेगा। वर्तमान राज्य सरकार स्वच्छ और हरित ऊर्जा के विकास पर अधिक जोर दे रही है और अधिक से अधिक हरित ऊर्जा बिजली उत्पादन के लिए प्रतिबद्ध है।