हमीरपुर में राष्ट्रीय परिसंवाद के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों को समाज में मिलेगा नाम
भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में राष्ट्रीय परिदृश्य में समाज के सामने न आने वाले स्वतंत्रता सेनानियों (Freedom fighters from Himachal) को पहचान दिलाने के लिए ठाकुर जगदेव चंद स्मृति शोध संस्थान नेरी (Thakur Jagdev Chand Research Institute) ने एक पहल शुरू की है.
जनता से रिश्ता। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में राष्ट्रीय परिदृश्य में समाज के सामने न आने वाले स्वतंत्रता सेनानियों (Freedom fighters from Himachal) को पहचान दिलाने के लिए ठाकुर जगदेव चंद स्मृति शोध संस्थान नेरी (Thakur Jagdev Chand Research Institute) ने एक पहल शुरू की है. इस ध्येयप को लेकर शोध संस्थान ने स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के अंतर्गत आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mohotsav in himachal) पर दो दिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद का (National symposium in Hamirpur) आयोजन 4-5 दिसंबर को करने का निर्णय लिया है. इस दौरान तीन पुस्तकों का विमोचन भी किया जाएगा. प्रथम संस्करण में इन पुस्तकों में 32 स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों का उल्लेख होगा. भारतीय स्वाधीनता आंदोलन (Indian Independence Movement) वृतान्त, स्मृतियां एवं नेपथ्य नायक' विषय पर आयोजित इस राष्ट्रीय परिसंवाद में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उतर प्रदेश, हैदराबाद, जम्मू सिक्किम व दक्षिण भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों व शोध केन्द्रों के लगभग 150 से अधिक शोधार्थी, विद्यार्थी व विद्वान शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे.