पूर्व मंत्री रविंद्र रवि ने छोड़ा सियासी तीर, निशाने पर लगेगा या नहीं, वक्त बताएगा
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धर्मशाला। 5 बार के विधायक, पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के करीबियों में शुमार रविन्द्र सिंह रवि के ताजातरीन सियासी तेवरों ने कांगड़ा जिले में भाजपा के भीतर हलचल मचा दी है। अभी तक देहरा की सियासी कर्मभूमि को पोसते-सींचते आए रवि ने बदली परिस्थितियों में सियासी बिसात पर नया दांव चला दिया है। शुक्रवार को पालमपुर पहुंचे रवि ने हर हाल में चुनाव लड़ने की बात कहकर गेंद भाजपा आलाकमान के पाले में डाल दी है।
चुनाव चिन्ह का निर्णय बाद में छोड़ने की बात कहकर पूर्व मंत्री ने इशारों ही इशारों में अपने इरादे भी जाहिर कर दिए हैं। उन्होंने सुलह विधानसभा हलके से चुनाव लड़ने की सरगर्म होती चर्चाओं को सीधे तौर पर खारिज न करके यह भी याद दिलाया कि डिलिमिटेशन में वजूद खोने वाले उनके पुराने हलके थुरल की दर्जनों पंचायतें सुलह में ही आती हैं। रवि सुलह में अपने पब्लिक कनैक्ट को भी इंगित करना नहीं भूले। सियासत के जानकारों की मानें तो रवि ने चुनाव से पहले अपना पहला सियासी तीर छोड़ दिया है, जो निशाने पर लगेगा या नहीं, उसका पता अगले कुछ समय में चल जाएगा।