कांगड़ा। कांगड़ा थाना के अर्न्तगत 65 लाख की जालसाजी का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार काेरोना काल में कांगड़ा से ऑनलाइन एक मल्टीनैशनल कम्पनी में काम करने वाले व्यक्ति ने पुलिस को अपनी शिकायत में कहा कि वह नोयडा में काम करता था पंरतु लॉकडाऊन के दौरान से कांगड़ा में रहकर काम कर रहा है। रणदीप सिंह निवासी दिल्ली वर्ष 2011 से 2014 तक उसके साथ एक ही कार्यालय में काम करता था। इस दौरान रणदीप के साथ उसकी दोस्ती हो गई। रणदीप के नौकरी छोड़ने के बाद वर्ष 2020 में उसका फोन आया कि कोरोना के कारण उसकी पेमैंट अमेरिका में रुक गई है और उसे अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे चाहिए, जिस पर उसने रणदीप को एक लाख रुपए दे दिए।
कुछ दिनों के बाद उसने पैसे लौटाकर उसका विश्वास जीत लिया। वर्ष 2021 में फिर रणदीप ने कारोना के टीके व ऑक्सीजन कन्संट्रेटर के लिए पैसों की जरूरत बताते हुए 18 लाख रुपए की मांग की, जिस पर उसने रणदीप सिंह व उसकी पत्नी जगमिन्द्र कौर के खाते में उक्त रुपए डाल दिए। रणदीप ने लगभग 11 लाख 25 हजार रुपए कुछ समय के बाद किस्तों में वापस कर दिए जबकि 6 लाख 75 हजार रुपए लेने को रह गए। इसके बाद रणदीप ने लगभग 3 किस्तों में 59 लाख रुपए यह कहकर ले लिए कि 31 मार्च, 2022 के समाप्त होते ही सभी पैसे वापस लौटा देगा जोकि आज तक नहीं लौटाए हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अधिकतर पैसे ऑनलाइन कांगड़ा से ट्रांसफर किए हैं। पुलिस ने धारा 420 व 34 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।