धर्मशाला: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल द्वारा अपनी प्रदेश टीम की घोषणा के बाद अब राज्य के सभी जिलों व मंडलों की टीमों में ओहदा पाने को जुगाड़ भिड़ाए जा रहे हैं। डा. बिंदल ने प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा जिलों के अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। अब मंडल अध्यक्षों के लिए राज्य के सभी मंडलों से बैठकें कर दो से तीन नाम मांगे गए हैं, जिस पर फाइनल मुहर प्रदेश हाइकमान लगाएगा। इसके अलावा जिलाध्यक्षों को भी जिला में लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत मजबूत टीम बनाने को कहा गया है, जिससे आने वाले लोकसभा चुनावों में सरकार के खिलाफ पदाधिकारी मजबूती से खड़े हो सकें। ऐसे में ओहदा लेकर अपनी राजनीति चमकाने वाले भी इस मौके को भुनाने के लिए जोड़ तोड़ कर रहे हैं। जिला व मंडल सहित प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान पाने को जुगाड़ लगाने वाले लोग अलग-अलग संगठनों के प्रमुख लोगों से फोन करवाकर दबाब बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौर में अपने को बेहतर साबित करने के लिए एक-दूसरे का विरोध भी जमकर हो रहा है।
डा. बिंदल ने प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के अध्यक्षों की घोषणा भी कर दी है। ऐसे में अभी करीब आधा दर्जन से अधिक मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों एवं संयोजकों की घोषणा होना वाकी है। इसी तरह मोर्चा प्रकोष्ठों की प्रदेश टीम के अलावा जिलों में अध्यक्ष और प्रदेश पदाधिकारी बनने से लेकर मंडल स्तर तक ओहदा पाने को खूब जोड़ तोड़ चल रहे हैं। कार्यकर्ता अपने अपने आकाओं को माध्यम बनाकर सीढ़ी चढऩा चाहते हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि डा. बिंदल सहित पार्टी हाईकमान ने इस बार स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि विधायकों एवं पूर्व विधायकों द्वारा दिए जाने वाले डमी नामों पर ही मुहर न लगाई जाए, बल्कि कार्यकर्ता के गुण दोषों के अधार पर उनकी लोकसभा चुनावों सहित पार्टी के कार्यक्रमों को ग्राउंड तक ले जाने के लिए सक्रियता को भी देखा जाए, जिससे काम करने वाले कार्यकर्ताओं को काम मिल सके। बीजेपी हाईकमान अगले वर्ष लोकसभा चुनावों को गंभीरता से ले रहा है और प्रदेश में भी इस दृष्टि से कार्यकर्ताओं में अलख जगाने की योजनाबद्ध तरीके से मुहिम शुरू की जा रही है।