मंडी न्यूज़: ब्यास की बाढ़ ने इंदिरा आवास कॉलोनी पुरानी मंडी के गरीबों का भी सब कुछ छीन लिया है। यहां के लोगों में नई शुरुआत करने की हिम्मत तक नहीं है. बाढ़ के बाद प्रशासन की शरण में सरकारी स्कूल में दिन गुजार रहे इंदिरा आवास कॉलोनी के लोग अब वहां वापस नहीं जाना चाहते हैं. इन लोगों की मांग है कि उन्हें किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर बसाया जाए. इसे लेकर इन लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम के उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा के नेतृत्व में एडीएम अश्वनी कुमार से मिला और अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त अरिंदम चौधरी को ज्ञापन सौंपा.
इंदिरा आवास कॉलोनी के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इंदिरा आवास योजना के तहत भूमिहीन लोगों को 1985-86 में सरकार और जिला प्रशासन द्वारा पुरानी मंडी में जमीन उपलब्ध कराई गई थी और उन्हें घर बनाने के लिए धन भी दिया गया था. जिसका नाम इंदिरा आवास कॉलोनी रखा गया है. अब 9 जुलाई को हुई बारिश से इंदिरा आवास कॉलोनी के 6 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और एक मकान पूरी तरह बह गया है. लोगों के पास पहने हुए कपड़ों के अलावा कुछ नहीं बचा है और सब कुछ बाढ़ के पानी में बह गया है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें पक्का मकान और कहीं और जमीन दी जाए. डिप्टी मेयर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि फिलहाल नगर निगम की ओर से उनके रहने की व्यवस्था पुरानी मंडी के सरकारी स्कूल में की गई है, लेकिन जल्द ही स्कूल की छुट्टियां खत्म होने वाली हैं और जिला प्रशासन जल्द ही स्कूल खुलने से पहले कहीं और उनके रहने की व्यवस्था करेगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आपदा प्रभावित लोगों को जो एक लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की है, उसे जिला प्रशासन द्वारा तत्काल इन लोगों को दिया जाना चाहिए.