चंबा में दुर्घटना में चालक, सैकेंड आईआरबी के छह जवानों की दर्दनाक मौत
आईआरबी के छह जवानों की दर्दनाक मौत
चंबा: जिला चंबा की सर्पीली सडक़ों पर खूनी हादसों के सफर का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले छह दिनों के भीतर ही जिला के विभिन्न हिस्सों पर सडक़ हादसों में तेरह लोगों की मौत हो गई है। छह लोग गंभीर रूप से घायल को होकर अस्पताल में जिंदगी व मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। जिला में अधिकतर सडक़ हादसों की वजह जांच के दौरान इंसानी भूल का परिणाम आंकी जाती है। मगर पिछले कुछ समय से सडक़ों के विस्तारीकरण को लेकर कटिंग कार्य के चलते खोखले पहाड़ भी इनसानी जिंदगी के लिए मौत साबित हो रहे हैं। बारिश के कारण खोखले पहाड़ों से लगातार भू-स्ख्लन होने से पूर्व में भी कई वाहन जद में आ चुके हैं।
इन घटनाओं में भी कई लोग जान गवां चुके हैं। चंबा जिला में गत छह अगस्त को चंबा-जोत मार्ग पर बंगबेई के पास कार के गहरी खाई में गिरने से पंजाब के मुक्तसर जिला के महिला व पुरुष की मौत हो गई। इसी दिन चंबा-कोलका मार्ग पर भनेरा मोड के पास आल्टो कार के खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल का टांडा मेडिकल कालेज चंबा में उपचार चल रहा है। इसी दिन देर शाम प्रीणा संपर्क मार्ग पर बोलेरो कैंपर वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने से इसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई। गत रोज तीसा के थल्ली-गडफरी संपर्क मार्ग पर बोलेरो कैंपर वाहन के खाई में गिरने से इसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई। इन हादसों की याद को अभी जिला के लोग भूला नहीं पाए थे। शुक्रवार को तीसा-बैरागढ़-पांगी मार्ग पर पहाड़ी से गिरे पत्थर की जद में आकर नाले में जा गिरने से सात लोग अकारण ही काल का ग्रास बन गए। इस दुर्घटना में चालक व सैकेंड आईआरबी के छह जवानों की दर्दनाक मौत हो गई। बहरहाल, तीसा-बैरागढ़-तीसा संपर्क मार्ग पर पेश आए हादसे ने सात परिवारों को ताउम्र न भूलनेे वाले जख्म दे डाले हैं।