शिमला: वन विभाग में प्रधान मुख्य अरण्यपाल (पीसीसीएफ) की तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य सरकार करीब पांच माह बाद विभाग में स्थायी अरण्यपाल देने की तैयारी में है। गुरुवार को प्रधान मुख्य अरण्यपाल (पीसीसीएफ) के लिए डीपीसी एडवांस में कर ली गई है। पहले डीपीसी शुक्रवार को तय हुई थी। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में हुई इस डीपीसी में एक सदस्य ऑनलाइन भी जुड़े थे। फिलहाल डीपीसी ने पीसीसीएफ के पद के लिए अधिकारी का नाम तय कर लिया है और इस फाइल को अब मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। सचिवालय आने के बाद सीएम इस फाइल पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। गौरतलब है कि वन विभाग में बीते करीब पांच माह से पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ राजीव कुमार अतिरिक्त दायित्व के तौर पर पीसीसीएफ (वनबल) का भी दायित्व निभा रहे हैं।
यह पद फरवरी माह में पूर्व पीसीसीएफ वीके तिवारी के सेवानिवृत्त होने के बाद रिक्त हुआ था। राज्य सरकार ने उस समय मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी और कमेटी को डीपीसी की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन बाद में कमेटी ने वाइल्ड लाइफ के पीसीसीएफ राजीव कुमार को ही दायित्व देने पर सहमति जता दी। उन्हें एचपीएनआरएमएस के सीईओ और वन निगम के एमडी डा. पवनेश शर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही थी। अब डा. पवनेश शर्मा एक बार फिर इस रेस में शामिल हैं। दोनों अधिकारियों में कांटे की टक्कर चल रही है। ऐसे में अंतिम फैसले के लिए फाइल मुख्यमंत्री के पास भेजी गई है और पीसीसीएफ के नाम का फैसला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ही करेंगे।