मंडी जिला के बागी में बादल फटा, दो बच्चों के शव मिले
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई है। जिला के मंडी-कटौला-पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी कहर बरपाया है। यहां बाढ़ की चपेट में आने से एक पूरा परिवार लापता हो गया है। राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों को दो बच्चों के शव मिले हैं, जबकि अन्य पांच लोग लापता हैं।
बादल फटने के बाद रात बागी से पुराने कटौला तक दर्जनों परिवारों ने अपने घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर रात बिताई है। बागी नाले पर बनाया पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है।
इसके साथ ही बागी में बहुत सारी गाड़ियों सहित लगभग सभी दुकानों और पुराना कटौला गुज्जर बस्ती में घरों, गौशालाओं, घराटों, गाड़ियों व फसलों को नुकसान पहुंचा है। सबसे बड़ी दुर्घटना के तहत संदोआ, पुराना कटौला के स्तार मोहम्मद पुत्र स्वर्गीय लाल हुसैन का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आने से 5 लोग लापता हैं, जबकि एक बच्ची का शव घर से लगभग आधा किलोमीटर नीचे बरामद हुआ है।
पुराना कटौला के पंकज कुमार, हिमांशु और अन्य स्थानीय लोग परिवार के लापता सदस्यों की तलाश में जुटे हुए रहे, लेकिन बागी खड्ड में भारी सैलाब होने से तलाशी अभियान रोक दिया गया है। उधर, एसडीएम मंडी रितिका जिंदल ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मौके पर राहत व बचाव दल के साथ एनडीआरएफ को भेजने का प्रयास जारी है, लेकिन मंडी से कटौला बागी तक कई जगहों पर सड़क बंद है।
उधर बागी कटौला के साथ ही मंडी जिला रात भर हुई भारी बारिश से पूरे जिला भर में व्यापक नुकसान हुआ है। बल्ह घाटी जलमग्न हो चुकी है और सुकेती खड्ड पूरे उफान पर होने के कारण भारी नुकसान की आशंका है। जिला के तीनों एनएच और दर्जनों सड़कें जगह-जगह भूस्खलन से बंद हैं।
मंडी-पठानकोट NH जगह जगह पर भूस्खलन से बंद हो गया है। सैकड़ों यात्री भूखे प्यासे जाम में फंसे हैं। कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से NH की सड़क का नामोनिशां मिट गया है। कोटरोपी में इस बार जोगेंद्रनगर की तरफ को नाले के ऊपर की पहाड़ी ने कहर मचाया है। यहां स्थानीय ग्रामीणों की उपजाऊ जमीन और दर्जनों पेड़ मलबे में समा गए हैं।
जानमाल का कोई नुकसान नही है। पहाड़ी का सारा मलबा नीचे आने से सास्ती गांव में अफरातफरी मच गई है। उपमंडल के सभी राजमार्ग बंद हैं। आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो कर रह गया है। देर रात से बिजली गुल है। जबकि शनिवार प्रातः 6 बजे से मोबाइल नेटवर्क भी ठप्प हो गया है। मोबाइल सेवा बंद होने से ग्रामीणों का अपने रिश्तेदारों से संपर्क नही हो पा रहा है। जिससे चिंता और बढ़ गई है।