डेडलाइन 2026, शिमला बाइपास का निर्माण कार्य शुरू
आज कैथलीघाट से शुरू हो गया।
शिमला बाईपास के निर्माण और राष्ट्रीय राजमार्ग-5 के कैथलीघाट-शकराल खंड के चौड़ीकरण का बहुप्रतीक्षित कार्य आज कैथलीघाट से शुरू हो गया।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा एसपी सिंगला एंड कंपनी को काम दिया गया है जो इस राजमार्ग को चार लेन का बनाने का काम कर रहा है। इस काम के लिए जुलाई 2022 में टेंडर दिया गया था। तभी से फॉरेस्ट क्लीयरेंस जैसी औपचारिकताएं मांगी जा रही थीं।
1850 करोड़ रुपए खर्च होंगे
बाइपास बनकर तैयार होने से शहर को हादसों, प्रदूषण और ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी
क्षेत्रीय अधिकारी एनएचएआई अब्दुल बासित ने कहा कि शिमला बाईपास के निर्माण से शहर को शहर के अंदर होने वाली दुर्घटनाओं, प्रदूषण और ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। साथ ही कुफरी, नारकंडा और रामपुर जाने वाले पर्यटकों को अब शहर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस परियोजना के पूरा होने से शहर का विस्तार भी होगा।
बासित ने बताया कि समझौते के मुताबिक इस परियोजना को 20 अप्रैल 2026 तक पूरा किया जाना है। कंपनी को जो काम सौंपा गया है, उसे जनता की सुविधा के लिए निर्धारित तिथि से छह महीने पहले पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
क्षेत्रीय अधिकारी ने परियोजना में देरी करने वाली बाधाओं को तेजी से दूर करने और वन मंजूरी प्राप्त करने में सहयोग के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।