नाहन में गोपाष्टमी पर की गई गायों की पूजा, जानिए क्यों मनाया जाता है पर्व

माता बालासुंदरी गौ सदन(Mata Balasundari Gau Sadan) में गुरुवार को गोपाष्टमी (gopashtami)का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. पशुपालन विभाग और पशु क्रूरता निवारण समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित

Update: 2021-11-11 12:10 GMT

जनता से रिश्ता। माता बालासुंदरी गौ सदन(Mata Balasundari Gau Sadan) में गुरुवार को गोपाष्टमी (gopashtami)का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. पशुपालन विभाग और पशु क्रूरता निवारण समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस पर्व पर काफी संख्या में लोग गौ सदन में पहुंचे. दरअसल गोपाष्टमी के पावन पर्व पर जहां, गौ सदन परिसर में हवन का आयोजन किया गया. वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों, पशुपालन विभाग के कर्मचारियों सहित लोगों ने गायों की पूजा अर्चना भी की.

साथ ही भगवान श्री कृष्ण के समक्ष भी शीश नवाया. इस बीच पशुपालन विभाग ने गौ सदन परिसर में गोबर व गोमूत्र से तैयार उत्पादों की भी प्रदर्शनी लगाई. वहीं ,त्रिलोकपुर मंदिर न्यास के माध्यम से गौ सदन के कर्मियों को वर्दियां भी बांटी गई. इस बीच दानदाताओं ने गौ सदन में इच्छानुसार दान भी किया. गोपाष्मी पर पशुपालन विभाग ने लोगों से आग्रह किया वह अपने पशुधन को सड़कों पर न छोड़े.
पशु क्रूरता निवारण समिति के सचिव एवं पशुपालन विभाग के डॉ. अंकुर गुप्ता ने बताया कि गोपाष्टमी पर आयोजित कार्यक्रम में काफी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. प्रसाद का वितरण करने के अलावा स्टाफ को वर्दियां वितरित की गई. उन्होंने बताया कि इस पर्व का महत्व यह है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण जीवन में पहली बार गाय को चराने गए थे. डा. अंकुर गुप्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिस गौवंश ने ताउम्र दूध दिया उससो अंतिम पड़ाव पर सड़कों पर न छोड़, बल्कि सेवा करें.


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