हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और हमीरपुर में शुक्रवार को छह और शव मिले। राजधानी शिमला के समरहिल शिव मंदिर में भूस्खलन में दबे दो और शव मिल गए हैं। मृतकों की संख्या 16 पहुंच गई है। पांच लोग अभी भी लापता हैं। उपमंडल नादौन के गांव रैल में ब्यास नदी में बही महिला का शव शुक्रवार को कांगड़ा के हरिपुर में बरामद हुआ है। महिला की पहचान शारदा कुमारी (50) पत्नी रामश्रवण निवासी गांव रैल के रूप में हुई।
उपमंडल सुंदरनगर स्थित बीएसएल नहर में एक युवक का शव बरामद हुआ है। शव की पहचान नहीं हो सकी है। शव किसी आसपास के क्षेत्र के युवक का है या फिर कुल्लू जिले में आई बाढ़ के बाद बह कर यहां पहुंचा है, इसको लेकर अभी संशय बना हुआ है। वहीं, सांबल पंडोह में बादल फटने के बाद लापता दो प्रवासी मजदूरों के शव भी बरामद हो गए हैं। प्रदेश में शुक्रवार को 65 मकान ढहे और 271 क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रदेश में 875 सड़कें और 1,235 पानी की स्कीमें बंद हैं। वहीं 1,500 ट्रांसफार्मर बंद होने से कई गांवों में बिजली गुल है।
राजधानी शिमला के समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर में हुए भूस्खलन में मरने वालों का आंकड़ा 16 पहुंच गया है। शवों को खोजने के लिए चलाए जा रहे अभियान के पांचवें दिन शुक्रवार को मामा-भांजे के शव मिले हैं। लापता शंकर नेगी का शिव मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर मिला है। वहीं, भांजे अविनाश नेगी का शव भी आसपास ही मिला है।
इंदौरा के जलमग्न क्षेत्रों से 54 लोगों को सुरक्षित निकाले
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान बचाव कार्य में डटे हुए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार पांच लोग अब भी लापता हैं। उधर, जिला कांगड़ा के इंदौरा में चल रहा बचाव अभियान शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बोट के माध्यम से बेला इंदौरा के जलमग्न क्षेत्रों से 54 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि सुरक्षित बचाए किए गए लोगों की संख्या 2209 पहुंच गई है।
इस मानसून सीजन में सामान्य से 42 फीसदी अधिक बरसे बादल
प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान 24 जून से 18 अगस्त तक सामान्य से 42 फीसदी अधिक बादल बरसे हैं। लाहौल-स्पीति जिला में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। बिलासपुर में सामान्य से 71, चंबा में 17, हमीरपुर में 56, कांगड़ा में 20, किन्नौर में 55, कुल्लू में 79, मंडी में 64, शिमला में 102, सिरमौर में 72, सोलन में 99 और ऊना में 12 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस अवधि में 527 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष 24 जून से 18 अगस्त तक 746 मिलीमीटर बारिश प्रदेश में हो चुकी है। बीते दिनों हुई भारी बारिश होने से कई रिकॉर्ड भी टूटे हैं।
लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 2656.43 करोड़ का नुकसान
लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 2656.43 करोड़, जल शक्ति विभाग 1842.60 करोड़, बिजली बोर्ड 1505.73 करोड़, बागवानी 144.88 करोड़, शहरी विकास 88.82 करोड़, कृषि 256.87 करोड़, ग्रामीण विकास 369.53 करोड़, शिक्षा 118.90 करोड़, स्वास्थ्य विभाग 44.01 करोड़, मतस्य विभाग को 13.91 करोड़ और अन्य 82.41 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।