बाल श्रम निषेध दिवस पर हिमाचल विधानसभा में आयोजित होने वाले एक दिवसीय बाल सत्र के लिए मुख्यमंत्री का चयन कर लिया है। मंडी के सुंदरनगर की जान्हवी शर्मा को बाल मुख्यमंत्री चुना है। वह एक दिन के लिए हिमाचल की बाल मुख्यमंत्री होगी। जान्हवी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक मॉडल पाठशाला सुंदरनगर की छात्रा है। वह अभी दसवीं कक्षा की छात्रा है। बोलने के बेबाक अंदाज और विचारों के लिए उन्हें बाल मुख्यमंत्री चुना है। सरकारी स्कूल की पढऩे वाली छात्रा निजी स्कूलों के छात्रों को पछाडक़र बाल मुख्यमंत्री बनी है। जान्हवी रविवार को कैबिनेट का विस्तार करेगी। इस दौरान वह कैबिनेट मंत्रियों की घोषणा करेगी।
शनिवार को शिमला में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से मिलकर उन्होंने सदन की कार्यवाही को समझा। बाल सत्र में शामिल होने वाले बाल विधायक भी इस मौके पर विधानसभा भवन पहुंचे। अगले दो दिन बच्चे शिमला में रहेंगे। बाल मुख्यमंत्री जान्हवी शर्मा का कहना है कि वह बाकी बच्चों की योग्यताओं को देखते हुए कैबिनेट का विस्तार करेगी। कैबिनेट मंत्रियों के साथ विधानसभा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष भी अभी चुने जाने हैं। हिमाचल प्रदेश की 43 विधानसभा क्षेत्रों के 63 बच्चे चुने गए। पांच राज्यों से पांच बच्चों का चयन हुआ है। इसमें 40 लड़कियां और 28 लडक़े बाल विधायक के रूप में शामिल हो रहे हैं।
अरुणोदय शर्मा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
अपनी क्यूटनेस से हर दिल में जगह बनाने वाले अरुणोदय शर्मा को बच्चों की सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। शिमला के अरुणोदय को ‘दिव्य हिमाचल’ अपने मेगा इवेंट ‘मिस हिमाचल’ के मंच पर हिमाचल एक्सीलेंस अवार्ड से नवाज चुका है।
आईएएस बनना है सपना
बाल मुंख्यमंत्री जान्हवी शर्मा का कहना है कि भले ही उन्हें बाल मुख्यमंत्री चुना हैं, लेकिन भविष्य में वह राजनीति में नहीं जाएगी। उनका सपना आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनना है। उनका कहना है कि वह भविष्य में शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए काम करेगी। छात्रों को बेहतर शिक्षा के प्रयास करेगी। उनका मानना है कि आज के समय में कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं, जिन्हें अंगे्रजी में फरवरी की स्पैलिंग नहीं आती हैं।