शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार देश के 7 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों (हिमाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब व उत्तराखंड) में करीब 50 स्थानों पर दबिश देकर दस्तावेज बरामद किए हैं। सीबीआई ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, मंडी, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिले में दबिश के दौरान पेपर लीक मामले से जुड़े रिकॉर्ड कब्जे में लेकर आगामी जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीबाआई की ये छापामारी पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में दर्ज 2 एफआईआर में की गई है। सीबाआई ने बीते 30 सितम्बर को प्रदेश सरकार के अनुरोध और भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना पर 2 एफआईआर कीं और पुलिस स्टेशन गग्गल व पुलिस स्टेशन सीआईडी भराड़ी शिमला में दर्ज मामलों की जांच को हाथ में लिया। इस मामले में तीसरी प्राथमिकी सोलन में दर्ज की गई थी।
सीबीआई अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि दस्तावेजों की जांच के दौरान बिहार, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में स्थित विभिन्न बिचौलियों की कथित भूमिका का खुलासा हुआ। आरोप है कि वे संगठित तरीके से परीक्षा के पेपर लीक करने के लिए सांठगांठ कर रहे थे। पुलिस कांस्टेबल के 1334 पदों के लिए 27 मार्च, 2022 को परीक्षा हुई थी। इसके लिए 81 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 69 हजार के करीब अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। परिणाम 5 अप्रैल को घोषित हुआ था। इसी बीच कांगड़ा जिले में पुलिस भर्ती का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आने के बाद सरकार ने 6 मई को परीक्षा रद्द कर दी थी। डीआईजी मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन हुआ। एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए पहले प्रदेश से आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला। इसके बाद बाहरी राज्यों से भी कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। मामले को लेकर प्रदेश में भारी आक्रोश पैदा हो गया था, जिसके बाद इसे सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया गया था।