ऊना/ सुशील पंडित। गगरेट पुलिस के एसएचओ अशोक कुमार की अगुवाई में शिववाड़ी में पुलिस ने नाकाबंदी कर 20 गाड़ियां पकड़ी, जवकि 9 लकड़ी से लोड गाड़ियां सड़क पर छोड़ ड्राइवर भाग गए। प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस डीजीपी संजय कुंडू ने बताया की मुख्यमंत्री के आदेश अनुसार गगरेट में लकड़ी चोरी की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार कल से ही डीजीपी स्वयं चिंतपूर्णी क्षेत्र में पहुंचे हुए थे। लकड़ी तस्करों को पकड़ने के लिए प्लान तैयार किया गया जिसमें एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ,एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर द्वारा विभिन्न पुलिस टीमें गठित कर लकड़ी तस्करों पर शिकंजा कसा गया जिसमें 29 गाड़ियां अवैध लकड़ी ले जाती हुई पकड़ी गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि होशियारपुर में लकड़ी मंडी में जाकर भी वेरीफाई किया जाएगा कि यह लकड़ी कहां सप्लाई हो रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गगरेट पुलिस ने नाका लगाकर अवैध रूप से लकड़ी ले जाने वाली छोटी बड़ी 29 गाड़िया जब्त की हैं। यह गाड़िया जिला कांगड़ा और हमीरपुर के क्षेत्रों से आ रही थी । सुबह करीब 4 बजे पुलिस ने अलग अलग जगहों पर नाकेबंदी की और इन्हें जब्त कर लिया गया। इन गाड़ियों में ईंधन लकड़ी की आढ़ में इमारती लकड़ी ले जाई जा रही थी। पुलिस ने जब इन गाड़ियों से दस्तावेज मांगे तो ये दस्तावेज दिखाने में असफल रहे ।
कुछ गाड़ियों में ईंधन की लकड़ी थी, लेकिन उनके पास से भी वैध दस्तावेज बरामद नही किए गए । इस से पहले भी पुलिस ने 13 गाड़ियां जब्त की थी। ऊना में गगरेट का पंजाब-हिमाचल बॉर्डर इन तस्करों के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अंतर्गत 41 लोगों पर मामला दर्ज किया है।
वहीं वन विभाग ने भी बीती रात 8 अवैध लकड़ी से भरी हुई गाड़ियां पकड़ी है। वन विभाग की टीम ने जिले के अलग-अलग हिस्सों से अवैध रूप से लकड़ी ले जा रही गाड़ियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है यह सभी गाड़ियों को बन विभाग की टीमों ने अलग अलग जगह से पकड़ा है इनमें से पकड़ी गई सभी गाड़ियों के पास कोई भीं सही कागजात नहीं मिला है बन विभाग ने इन गाड़ियों को अपने कब्जे में ले लिया है और आगामी जांच शुरू कर दी है।